फिनटेक कंपनी पेटीएम ने बैंकिंग यूनिट पर छाए संकट के बीच अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की रिब्रांडिंग की है. इस रिब्रांडिंग के बाद पेटीएम ई-कॉमर्स को पाई प्लेटफॉर्म्स (Pai Platforms) नाम दिया गया है.
चौतरफा मुश्किलों में पेटीएम पेमेंट्स बैंक
पेटीएम ई-कॉमर्स को नया नाम ऐसे समय दिया गया है, जब समूह की बैंकिंग यूनिट पेटीएम पेमेंट्स बैंक मुश्किलों का सामना कर रही है. रिजर्व बैंक ने हाल ही में पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ऊपर कड़ी कार्रवाई की है. खबरों की मानें तो पेटीएम पेमेंट्स बैंक का बैंकिंग परमिट भी खतरे में है और रिजर्व बैंक आने वाले दिनों में परमिट को निरस्त कर सकता है. आरबीआई के एक्शन के बाद पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयर 50 फीसदी तक लुढ़क गए हैं.
आरबीआई को मिलीं कई खामियां
रिजर्व बैंक को पेटीएम पेमेंट्स बैंक में केवाईसी समेत कई अनुपालन संबंधी खामियां मिली हैं. ऑडिट में ऐसे भी मामले सामने आए थे, जिनमें एक ही पैन कार्ड से 1000 से ज्यादा बैंक अकाउंट लिंक कर दिए गए थे. इसी सप्ताह आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि पर्याप्त समय दिए जाने के बाद भी अनुपालन नहीं किए जाने पर पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ऊपर कार्रवाई की गई है.
3 महीने से चल रहा रिब्रांडिंग पर काम
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट में इनसाइडर सोर्सेज के हवाले से बताया गया है कि पेटीएम ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की रिब्रांडिंग की शुरुआत 3 महीने पहले ही कर दी गई थी. अगर यह बात सच है तो माना जा सकता है कि पेटीएम ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को नया नाम व नई पहचान मिलने का पेटीएम पेमेंट्स बैंक के हालिया संकट से कोई लेना-देना नहीं है.
एलीवेशन कैपिटल के पास सबसे ज्यादा शेयर
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज ने नाम बदलने की मंजूरी 8 फरवरी को दी. आरओसी ने कहा कि सर्टिफिकेट इश्यू होने के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक प्राइवेट लिमिटेड को पाई प्लेटफॉर्म्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाएगा. पाई प्लेटफॉर्म्स में एलीवेशन कैपिटल सबसे बड़ी शेयरहोल्डर है. एक दिन पहले ही पेटीएम ने ई-कॉमर्स स्टार्टअप इन्नोबिट्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया है, जिसका बिट्सिला नाम से ओएनडीसी पर परिचालन होता है
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