केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर अमेठी आये पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सिर्फ अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी है.
उन्होंने राहुल गांधी की न्याय यात्रा को फ्लाप शो बताते हुए दावा किया कि आज खुद कांग्रेस के कार्यकर्ता ही राहुल गांधी की यात्रा में शामिल नहीं हुए, ऐसे में सवाल यह है कि जिसे खुद सहारे की जरूरत है वह दूसरों के लिए सहारा कैसे बन सकता है.
अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के चार दिन के दौरे पर आयीं ईरानी ने संवाददाताओं से बातचीत में राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''राहुल गांधी आज अमेठी यात्रा लेकर पहुंचे हैं. उन्होंने अमेठी को सत्ता का केंद्र तो माना मगर उसकी सेवा नहीं की. यही कारण है कि उनका स्वागत अमेठी की सूनी सड़कों ने किया है. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी राहुल गांधी की यात्रा में हिस्सा नहीं लिया. यही वजह है कि कांग्रेस को सुलतानपुर और प्रतापगढ से कार्यकर्ता बुलाने पड़े.''
उन्होंने कहा, '' जिसे खुद सहारे की जरूरत है वह आखिर दूसरों का सहारा कैसे बन सकता है.''
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल को अमेठी से पराजित करने वाली ईरानी ने उन्हें सिर्फ अमेठी सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती भी दी. उन्होंने कहा, ''मैं राहुल गांधी को चुनौती देती हूं कि वह केवल अमेठी लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़कर दिखायें.''
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार ईरानी ने 2004 से 2019 तक तक अमेठी से सांसद रहे राहुल गांधी को पराजित किया था. हालांकि राहुल ने केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा था जहां से उन्होंने जीत हासिल की थी.
ईरानी ने कांग्रेस नेतृत्व द्वारा अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शिरकत करने से इनकार किये जाने को लेकर राहुल पर निशाना साधते हुए कहा, ''ये वही लोग हैं जिन्होंने रामलला (अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम) का निमंत्रण ठुकरा दिया था. इससे अमेठी के नागरिक व्यथित हैं. यही कारण है कि आज जब राहुल गांधी अमेठी आए हैं तो यहां के लोगों का सहयोग उन्हें नहीं मिला है.''
उन्होंने रायबरेली से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा चुनाव नहीं लड़े जाने और राज्यसभा जाने के ऐलान की तरफ इशारा करते हुए कहा, ''2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी ने बदलाव करके इस परिवार को यहां से विदा कर दिया और यही कारण है कि 2024 में यह परिवार रायबरेली से भी भाग निकला.''
ईरानी ने दावा किया कि आजादी के बाद से 2014 तक अमेठी में मात्र 500 करोड़ रुपये का निवेश आया था लेकिन गुजरे 10 वर्षों में जिले में 6552 करोड़ का निवेश हुआ है तथा 20000 लोगों को नौकरियां भी मिली हैं.
संयोग से ईरानी और राहुल आज अमेठी विधानसभा क्षेत्र में ही थे.
अमेठी के चार दिन के दौरे पर आयीं ईरानी ने भादर विकास खंड के टीकरमाफी और भादर जन संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया और एक ग्रामीण की शिकायत पर लेखपाल को धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी.
टीकरमाफी में जनसुनवाई के दौरान स्मृति ईरानी ने जमीन पर अवैध कब्जे के एक मामले में लेखपाल सुधांशु श्रीवास्तव को कड़ी फटकार लगाई और लेखपाल से आधे घंटे के अंदर अवैध कब्जा हटाने को कहा. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह धरने पर बैठ जाएंगी.
एक टिप्पणी भेजें