सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स में विकसित होता है। नॉर्मली इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। ऐसे में कई बार सही समय पर सर्वाइकल कैंसर का पता नहीं चल पाता है। अगर समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो ये जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसीलिए शरीर में होने वाले परिवर्तनों पर खास ध्यान देना चाहिए।
सर्वाइकल (सर्विक्स) कैंसर क्यों है जानलेवा
सर्वाइकल कैंसर होने पर सर्विक्स में कोशिकाएं असामान्य और तेजी से बढ़ने लगती हैं। सर्वाइकल कैंसर के लक्षण शुरुआत में पता नहीं चल पाते हैं इसलिए इसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है। सर्वाइकल कैंसर होने की कई मुख्य कारण हैं जिसमें ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV), यौन संचारित रोग (STDs), ज्यादा दिनों तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करना, धूम्रपान, HIV संक्रमण और कई बार अंग प्रत्यारोपण होने के कारण खतरा बढ़ता है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
- सर्वाइकल कैंसर में महिलाओं को बिना पीरियड्स के ब्लीडिंग होने लगती है। ये स्थिति कैंसर के फैलने के बाद होती है।
- लगातार डिस्चार्ज होने की वजह भी सर्विक्स हो सकती है। इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
- सर्विक्स में भी सामान्य कैंसर की तरह अचानक वजन कम होने लगता है और भूख में कमी आने लगती है।
- कई बार तेज दर्द और घबराहट होना भी इसके संकेत हैं।
- पेल्विक या पीठ के निचले हिस्से में तेज दर्द होना भी सर्विक्स कैंसर के लक्षण हैं।
- शुरुआती सर्विक्स कैंसर के लक्षणों में टॉयलेट और मल त्यागने में परेशानी होने लगती है।
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