पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जेल में बंद हैं। उन्होंने आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले पीटीआई समर्थकों और पाकिस्तान की आवाम से कहा है कि उन्हें बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लेकर चुनाव को सफल बनाना चाहिए।
पूर्व प्रधानमंत्री ने दावा किया कि वे अमेरिकी दबाव को बेअसर साबित करने में सफल रहे। इमरान के मुताबिक पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव में जनता की भागीदारी 'वोट के हथियार' के रूप में सामने आएगी। उन्होंने कहा कि अगर उनकी जगह कोई दूसरा प्रधानमंत्री होता तो अमेरिकी हस्तक्षेप को रोकने में सफल नहीं हो पाता।
इमरान का दावा है कि अगर उन्होंने अमेरिकी ताकत को चुनौती नहीं दी होती तो पाकिस्तान का कोई भी प्रधानमंत्री अपने देश में इस तरह के खुलेआम विदेशी हस्तक्षेप का सामना करने की हिम्मत नहीं कर पाता। एक अन्य अहम सियासी घटनाक्रम में इमरान खान की पार्टी ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संगठनात्मक चुनाव टालने का फैसला लिया है। पीटीआई ने 'दुर्भाग्यपूर्ण सुरक्षा स्थिति' को जिम्मेदार ठहराया है।
पीटीआई को टालने पड़े संगठन के चुनाव
शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने कहा कि पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है। पार्टी का आरोप है कि देश के आम चुनाव में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। राजनीतिक दलों के बीच असुरक्षा का माहौल है। पार्टी ने कहा कि चिंताजनक माहौल के कारण पीटीआई ने 5 फरवरी को नए इंट्रा-पार्टी चुनाव को टालने का फैसला लिया है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान के जेल में बंद होने के बाद पार्टी की कमान संभाल रहे पार्टी अध्यक्ष गौहर खान ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान के निर्देश पर संगठनात्मक चुनावों को स्थगित करने की घोषणा की। डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी पाकिस्तान में आठ फरवरी के आम चुनाव के बाद पीटीआई के संगठनात्मक चुनाव कराएगी।
प्रशासन की तरफ से बनाई गई 'दुर्भाग्यपूर्ण सुरक्षा स्थिति' और पार्टी के सदस्यों की तरफ से उठाई गई चिंताओं पर पीटीआई ने कहा, सादे कपड़ों में पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने कथित तौर पर गुरुवार को पीटीआई के केंद्रीय सचिवालय पर छापा मारा। अधिकारियों ने कार्यालय को अपने नियंत्रण में ले लिया और सदस्यों को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया।
इमरान का दावा है कि अगर उन्होंने अमेरिकी ताकत को चुनौती नहीं दी होती तो पाकिस्तान का कोई भी प्रधानमंत्री अपने देश में इस तरह के खुलेआम विदेशी हस्तक्षेप का सामना करने की हिम्मत नहीं कर पाता। एक अन्य अहम सियासी घटनाक्रम में इमरान खान की पार्टी ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संगठनात्मक चुनाव टालने का फैसला लिया है। पीटीआई ने 'दुर्भाग्यपूर्ण सुरक्षा स्थिति' को जिम्मेदार ठहराया है।
पीटीआई को टालने पड़े संगठन के चुनाव
शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने कहा कि पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है। पार्टी का आरोप है कि देश के आम चुनाव में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। राजनीतिक दलों के बीच असुरक्षा का माहौल है। पार्टी ने कहा कि चिंताजनक माहौल के कारण पीटीआई ने 5 फरवरी को नए इंट्रा-पार्टी चुनाव को टालने का फैसला लिया है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान के जेल में बंद होने के बाद पार्टी की कमान संभाल रहे पार्टी अध्यक्ष गौहर खान ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान के निर्देश पर संगठनात्मक चुनावों को स्थगित करने की घोषणा की। डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी पाकिस्तान में आठ फरवरी के आम चुनाव के बाद पीटीआई के संगठनात्मक चुनाव कराएगी।
प्रशासन की तरफ से बनाई गई 'दुर्भाग्यपूर्ण सुरक्षा स्थिति' और पार्टी के सदस्यों की तरफ से उठाई गई चिंताओं पर पीटीआई ने कहा, सादे कपड़ों में पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने कथित तौर पर गुरुवार को पीटीआई के केंद्रीय सचिवालय पर छापा मारा। अधिकारियों ने कार्यालय को अपने नियंत्रण में ले लिया और सदस्यों को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया।
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