UP Crime News: इटावा में एक अज्ञात शव की शिनाख्ती और अंतिम संस्कार करने के मामले में नया मोड़ आ गया है. अस्पताल की मोर्चरी से शव को ले जाने वाले लोग फर्जी निकले. पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए फर्जी दस्तावजे जमा करने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.थाना फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके के सुंदरपुर रेलवे फाटक के पास ट्रेन से कटकर एक शख्स की मौत हो गई थी. अज्ञात होने के कारण उसके शव को पुलिस ने मोर्चरी में रखवा दिया था. शिनाख्त न होने की स्थिति में 72 घंटे तक शव को रखने का प्रावधान है, लेकिन कुछ ही देर बाद दूसरे दिन तीन लोगों ने आकर उस शव की दावेदारी की. उन्होंने मृतक की अतुल कुमार के रूप में पहचान की. तीनों लोगों ने अपने आप को मृतक अतुल कुमार का संबंधी भाई और पिता बताकर आधार कार्ड जमा किया और शव को ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया.लेकिन दूसरे दिन ही मृतक के वास्तविक परिजनों ने आकर अपना दावा किया, तब पुलिस के कान खड़े हुए और जांच शुरू हुई. पुलिस ने अपनी तफ्तीश में पाया कि फर्जी आधार कार्ड और फर्जी पहचान बता करके डेड बॉडी को ले जाया गया है और मोबाइल नंबर भी फर्जी पाए गए.जांच पड़ताल और पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में एक लड़की मुस्कान कोस्टा, उसका प्रेमी हेतराम मित्तल और एक अन्य रिश्तेदार के वास्तविक नाम फारूक, तसलीम और फुरकान हैं.
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