ग्वालियर. आपने फोन पर बैंक अधिकारी बनकर ठगी तो आए दिन देखी होगी. अब ठगों के हौंसले इतने बढ़ गए हैं कि क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए ठग बैंक कर्मचारी बनकर मेडिकल स्टोर संचालक के घर तक पहुंच गया.
तिघरा रोड निवासी प्रमोद शर्मा मेडिकल स्टोर संचालक हैं. उनको और उनके पाटर्नर को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाना थी, इसलिए आइडीएफसी बैंक का टोल फ्री नंबर सर्चकर संपर्क किया था. प्रमोद के फोन पर ठग ने बैंक कर्मचारी अमनदीप सिंह बनकर कॉल किया. उनसे पता पूछकर वहां घर पहुंच गया. उसने प्रमोद को आइडी कार्ड भी दिखाया. फिर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने की बात की. उसके लिए चेक, आधार कार्ड और पेन कार्ड लिए.
फिर प्रमोद से कहा एक फायदा और ले सकते हैं. बैंक मोबाइल नंबर पोर्ट करवा रहा है. इसमें एक सिम के साथ एक सिम फ्री कॉलिंग के लिए मिलेगी. बैंककर्मी बनकर आए अमनदीप नाम के ठग ने प्रमोद के सामने मोबाइल पोर्ट किया. उसकी जो डिटेल आई वह जालसाज लेकर चला गया. तीन दिन बाद प्रमोद की सिम बंद हो गई. दूसरी सिम निकलवाई तब खाते से 1.13 लाख निकलने और पौने तीन लाख रुपए की ऑनलाइन खरीद का मैसेज आया.
खाते से 11 लाख रुपये का लेनदेन हुआ
उसके बाद कुछ और मैसेज आए. डिटेल पता करने बैंक पहुंचे तो पता चला कि उनके खाते से 11 लाख रुपये का लेनदेन हुआ है. इतना ही नहीं जालसाज ने प्रमोद के नाम से चार लाख रुपये का लोन लेने का भी प्रयास किया. वह तो समय रहते प्रमोद ने बैंक को ठगी की सूचना दे दी, इसलिए लोन में फंसने से बच गए. ठग उनके पार्टनर के दस्तावेज भी ले गया लेकिन उसने सिम पोर्ट नहीं करवाई थी इसलिए वह ठगी से बच गए. मेडिकल संचालक में थाने पहुंचकर शिकायत की. पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी ठग के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.
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