अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा और अनुष्ठान का दौर जारी है. आज 18 जनवरी को भगवान रामलला की प्रतिमा मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की जाएगी.
श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में एक विशेष पूजा आयोजित की गई थी, मूर्ति को एक क्रेन की मदद से मंदिर में लाया गया. मंदिर के गर्भगृह में श्रीरामलला का सिंहासन तैयार किया गया है, जिसकी ऊँचाई 3.4 फ़ीट ऊंची. इस सिंहासन पर भगवान के बाल स्वरुप की खड़ी प्रतिमा को विराजमान किया जाएगा, जहां भक्त अपने भगवान के दर्शन कर सकेंगे.
बुधवार को मंदिर परिसर का भ्रमण
इससे पहले बुधवार को रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति की जलयात्रा और विभिन्न पूजन के बाद राम मंदिर में लाया गया. इसके बाद रामलला को मंदिर परिसर का भ्रमण कराया गया और उनकी शोभायात्रा निकाली गई. इस दौरान बड़ी संख्या पूजा से जुड़े पुरोहित और अन्य लोग नजर आए.
जानें आज क्या-क्या अनुष्ठान होंगे
आज भी भगवान रामलला का विशेष पूजन होगा. कार्यक्रम के मुताबिक गुरुवार 18 जनवरी को मुहूर्तानुसार प्रधान संकल्प, गणेशाम्बिका पूजन, वरुण पूजन, चतुर्वेदोक्त, पुण्याहवाचन, मातृकापूजन, सोर्धारापूजन, आयुष्मंत्रजप, नांदीश्राद्ध, आचार्यादिऋत्विग्वरण, मधुपर्क पूजन, मंडप प्रवेश, दिग्रक्षण, पंचगव्यप्रोक्षण, मंडपांग्वास्तुपूजन, वास्तुबलिदान, मंडपसूत्रवेष्टन, दुग्धधारा, जलधाराकरण, षोडशस्तंभपूजनादि, मंडपपूजा, जलाधिवास, गंधादिवास सांय पूजन और आरती होगी.
आपको बता दें कि राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अनुष्ठान किए जा रहे हैं. राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेंगे और प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए आवश्यक हर अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे. 121 ‘आचार्य’ अनुष्ठान का संचालन कर रहे हैं. राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे समाप्त होने की उम्मीद है.
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