Ramlala Pran Pratishtha: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने आज हेरिटेज हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट के एक अभिनव प्रयास के तहत देश के 12 लाख हस्तशिल्पियों द्वारा श्रीरामलला के लिए तैयार विशिष्ट वस्त्र को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंपे जाने के अवसर पर शामिल हुए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राम तो परमपिता परमेश्वर हैं, कण-कण में व्याप्त हैं, लेकिन अयोध्या जी में नव्य मंदिर में राम के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा लोकआस्था और जनविश्वास की पुनर्प्रतिष्ठा है. 500 वर्षों तक श्रीरामजन्मभूमि का मुद्दा कभी दबा नहीं. कभी पूज्य संतों ने तो कभी राज-रजवाड़ों ने, तो कभी धर्मयोद्धाओं ने, अलग-अलग कालखंड में लोगों ने इस विषय को जीवित रखा. संघर्ष जारी रखा. बिना रुके, बिना थके, बिना डिगे, बिना झुके, मिशन बनाकर लड़ते रहे.
राम नाम महिमा की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु राम, धर्म अर्थ, काम और मोक्ष यानी चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति के माध्यम हैं. राम जैसा कोई नाम नहीं. यह अकेला ऐसा नाम है जो आजीविका का साधन भी है. हजारों कथाव्यास, रामकथा का पाठ कर लाखों लोगों को जोड़कर रखते हैं. यह उनकी आजीविका का माध्यम भी है और रामभक्तों के जीवन को संवारने का साधन भी.
राम आस्था के साथ आर्थिक स्थिति के है माध्यम
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलीला जिसे सरकार से कोई सहयोग नहीं मिलता, सब गांव, नगर के लोग ही मिलकर आयोजित करते हैं. सबको पता है कि कब कौन सा प्रसंग होगा, लेकिन फिर भी हर साल, हर रामलीला में, हर प्रसंग में लोगों का उत्साह कम नहीं होता. उन्होंने कहा कि राम आस्था के साथ आर्थिकी के भी माध्यम हैं.
हस्तशिल्पियों ने तैयार किया रामलला का वस्त्र
अयोध्या में जारी विकास कार्यों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अयोध्याजी अपने गौरव के अनुरूप सम्मान प्राप्त कर रहीं हैं. गोरखपुर, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, हर जगह से बेहतर कनेक्टिविटी है. लखनऊ से तो जल्द ही हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने जा रहे हैं. आज सरयू में क्रूज चल रहे हैं, अयोध्याधाम में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा संचालित है. यह सब कुछ समय पूर्व तक कल्पना से परे था लेकिन रामकृपा से आज यह सब साकार हो रहा है.
हेरिटेज हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा रामलला के लिए 12 लाख हस्तशिल्पियों द्वारा वस्त्र तैयार करने के प्रयास की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा इस वस्त्र में रामभक्ति का ताना है और हस्तशिप का बाना है. मुख्यमंत्री ने इसके लिए को धन्यवाद दिया और वस्त्र को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी जी को सौंपा.
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