महासागर में जहाजों के अपहरण करने की कोशिश की घटनाएं बढ़ती जा रही है। बीते कुछ दिनों पहले महासागर में व्यापारिक जहाज को भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो ने बचाया था। दूसरी ओर, मंगलवार को अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नौसेना ने श्रीलंका और सेशेल्स की नौसेनाओं के साथ मिलकर मोगादिशू के पूर्व में सुमद्री रास्ते पर अपहरण के बाद छह चालक दल के सदस्यों एक पोत को बचाया है।
पोत से मिली इमरजेंसी कॉल के बाद भारतीय नौसेना ने इसमें तेजी दिखाई। बता दें पिछले हफ्तों में कई सफल बचाव कार्य नौसेना द्वारा किए गए हैं।
27 जनवरी को समुद्री लुटेरों ने किया था अगवा
मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि श्रीलंकाई झंडे वाले ट्रॉल लोरेंजो पुथा पोत का 27 जनवरी को तीन समुद्री लुटेरों ने अपहरण कर लिया था। जिसके बाद भारतीय नौसेना ने रविवार को आईएनएस शारदा को तैनात किया। मछली पकड़ने वाले जहाज का पता लगाने के लिए सी गार्डियन लंबी दूरी के ड्रोन की भी मदद ली गई, जिसके बाद रोक लिया गया।
समुद्री लुटेरों ने किया सरेंडर, बचाया जहाज- मधवाल
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि श्रीलंकाई मछली पकड़ने वाले जहाज को समुद्री लुटेरों से बचा लिया गया। भारतीय नौसेना, सेशेल्स रक्षा बलों, श्रीलंकाई नौसेना के सहयोग से यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि तीन समुद्री डाकुओं ने सेशेल्स तट रक्षक के सामने सरेंडर कर दिया। वहीं नौसेना ने बुधवार को यह भी कहा कि सोमालिया के पूर्व और अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात आईएनएस सुमित्रा ने दक्षिणी अरब में 36 चालक दल के साथ दो अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाजों को बचाया था।
बता दें भारतीय नौसेना ने कई देशों के साथ एक सहयोगी ढांचे के तहत क्षेत्र में शिपिंग यातायात के साथ-साथ अन्य कई महत्वपूर्ण विकास पर प्रभावी नजर रखने के लिए आईएफसी-आईओआर की स्थापना की है।
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