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सोमवार, 8 जनवरी 2024

भारतीय सिंगल माल्ट व्हिस्की ने उतारा विदेशी ब्रांडों का नशा, रिकॉर्ड बिक्री ने रचा इतिहास

 भारतीय सिंगल माल्ट व्हिस्की ने पहली बार सेल के मामले में ग्लेनलिवेट, मैकलान, लैगवुलिन और टैलिस्कर जैसे प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों को पीछे छोड़ दिया है। कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बेवरेज कंपनीज (CIABC) के अनुमान के अनुसार 2023 में कुल सेल में भारतीय सिंगल माल्ट की हिस्सेदारी लगभग 53% थी।

पिछले साल भारत में सिंगल माल्ट की लगभग 675,000 केसेज (नौ लीटर प्रत्येक) की कुल बिक्री में से , भारतीय मूल के व्हिस्की निर्माताओं ने लगभग 345,000 केसेज बेचे, जबकि स्कॉटिश और अन्य अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों ने शेष 330,000 केस बेचे।

CIABC के महानिदेशक विनोद गिरी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा, "हमारे अनुमान के अनुसार 2023 में स्थानीय ब्रांडों की बिक्री में लगभग 23% का इजाफा हुआ, जबकि इंपोर्टेड ब्रांड 11% की दर से बढ़े। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।" इसे भारतीय व्हिस्की उत्पादकों के लिए एक बड़ा मील का पत्थर करार देते हुए, अमृत डिस्टिलरीज के संयुक्त प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम निकम ने कहा, "ऐसा हर दिन नहीं होता कि ऐसी उपलब्धि हासिल की जाए। भारतीय व्हिस्की निर्माताओं ने मजाक उड़ाए जाने के बाद क्वॉलिटी और रिफाइनमेंट के मामले में किसी से पीछे नहीं हैं।"

'मेड इन इंडिया' का जलवा

'मेड इन इंडिया' ब्रांडों की लोकप्रियता ने डियाजियो और पेरनोड रिकार्ड जैसे अंतरराष्ट्रीय दिग्गजों को प्रेरित किया है। अपने स्थानीय ब्रांडों के साथ भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए ये मुख्य रूप से स्कॉटलैंड से सिंगल माल्ट मंगाते हैं। डियाजियो ने 2022 में गोडावन को पेश किया, जबकि पर्नोड ने हाल ही में अपना पहला भारतीय सिंगल माल्ट, लॉन्गिट्यूड 77 लॉन्च किया।

अब दबाव महसूस कर रहे हैं विदेशी ब्रांड

गोवा में सिंगल माल्ट का उत्पादन करने वाली जॉन डिस्टिलरीज के चेयरमैन पॉल पी जॉन का मानना है कि विदेशी ब्रांड अब दबाव महसूस कर रहे हैं क्योंकि भारतीय कंपनियों को प्रमुखता मिल रही है। जम्मू में व्हिस्की डिस्टिल करने वाली डेवन्स मॉडर्न ब्रुअरीज के चेयरमैन और एमडी प्रेम दीवान ने कहा, "भारतीय सिंगल माल्ट की गुणवत्ता बिल्कुल शानदार है, जो उनकी मांग को बढ़ाने वाले मुख्य कारणों में से एक है। जबकि स्कॉटिश निर्माता पारंपरिक प्रक्रियाओं का पालन करते हैं, भारतीय निर्माताओं को प्रयोग करना पसंद है।"

नए युग की शुरुआत

परनोड इंडिया के कार्तिक मोहिंदरा का मानना है कि बाजार में सभी खिलाड़ियों की बढ़ती मांग जारी रखने के लिए पर्याप्त मांग है। भारतीय सिंगल माल्ट का उदय देश के व्हिस्की उद्योग के लिए एक नए युग की शुरुआत संकेत देता है, क्योंकि स्थानीय ब्रांड पहचान हासिल कर रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय दिग्गजों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं।

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