पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीपीपी के चेयरमैन बिलाबल भुट्टो जरदारी ने गुरुवार को ईरान के बहाने भारत पर निशाना साधा और कहा कि किसी भी देश पर एयरस्ट्राइक कर देना एक ट्रेंड बनता जा रहा है.
बिलावल ने कहा कि देश अपने घरेलू मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने और उन्हें खुश करने के लिए इस तरह का खतरनाक ट्रेंड फॉलो कर रहे हैं.
बिलावल भुट्टो ने पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान ने ईरान पर जो हमला किया वो पाकिस्तान का हक था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ईरान के हमले के बाद उचित कदम उठाया है और किसी को भी ऐसी सोच नहीं रखनी चाहिए कि वो पाकिस्तान पर हमला कर सकते हैं या पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन कर सकता है.
'भारत ने भी यही किया था', बोले बिलावल
इंटरव्यू के दौरान बिलावल भुट्टो ने ईरान के बहाने भारत पर भी निशाना साधा. पाकिस्तान अपने यहां आतंकियों को पनाह देता रहा है और ईरान ने बार-बार उससे कहा कि वो अपनी जमीन का इस्तेमाल उसके खिलाफ न होने दे. लेकिन जब पाकिस्तान ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया तब हारकर ईरान को पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक करना पड़ा. भारत के लिए भी पाकिस्तान ने यही स्थिति पैदा कर दी है जिसे देखते हुए भारत ने साल 2019 में पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट शहर के आसपास बम गिराए थे.
भारत के एयरस्ट्राइक और अब ईरान के एयरस्ट्राइक को लेकर बिलावल भुट्टो ने कहा, 'यह एक ट्रेंड शुरू हुआ है और हम इस ट्रेंड की निंदा करना चाहेंगे कि घरेलू मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए, अपनी जनता को खुश करने के लिए हमारे क्षेत्र में यह एक तरीका बन गया है. आपने देखा कि भारत में जब चुनाव चल रहे थे तब उन्होंने भी ऐसा ही किया था. आजकल ईरान पर भी घरेलू दबाव है. लेकिन ईरान का ऐसा करना बहुत अफसोसजनक है. हमने भी दिखा दिया कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं कर सकता है.'
'पाकिस्तान ने ईरान पर हमला कर ठीक किया'
ईरान ने मंगलवार को बलूचिस्तान के सीमावर्ती शहर पंजगुर में आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के ठिकानों को निशाना बनाकर पाकिस्तान में हमले किए थे. अचानक हुए इस हमले से पाकिस्तान की सरकार हैरान रह गई. पाकिस्तान की सरकार ने ईरानी हमले को कड़ी निंदा की और ईरान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को कम कर दिया. ईरान के हमले के बाद पाकिस्तान ने अगले ही दिन ईरान के सिस्तान- बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी मूल के आतंकियों के खिलाफ रॉकेट दागे थे. ईरान की मीडिया ने कहा था कि पाकिस्तान के हमले में आम लोगों की मौत हुई जो ईरानी नागरिक नहीं थे.
बिलावल भुट्टो ने ईरान के हमले की निंदा करते हुए कहा, 'किसी को भी यह गलत धारणा नहीं बनानी चाहिए कि वो पाकिस्तान पर हमला कर सकते हैं या उसकी संप्रभुता का उल्लंघन कर सकते हैं. मुझे लगता है कि पाकिस्तान का ईरान में आतंकवादी समूहों को निशाना बनाने की हमारी प्रतिक्रिया न केवल उचित थी बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मरक्षा के अधिकार के रूप में हमारा अधिकार था.'
बिलावल भुट्टो ने चिंता जताई कि दोनों देशों के बीच संघर्ष का बढ़ना न केवल ईरान और पाकिस्तान बल्कि दुनिया भर के लिए बेहद खतरनाक होगा.
ईरान के हमले से हैरान रह गए थे बिलावल भुट्टो
बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान और ईरान के बीच आतंकवाद के साथ मिलकर लड़ने का समझौता है और दोनों देश इस दिशा में एक साथ मिलकर आगे बढ़ रहे थे और ऐसे में ईरान में बिना बताए पाकिस्तान पर हमला कर दिया. यह उनके लिए चौंकाने वाला था.
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान और ईरान ने पिछले कुछ महीनों में एक-दूसरे के साथ खूब बातचीत की है. पिछले 18 महीनों में दोनों देशों ने जितना सहयोग किया पिछले पांच सालों में उतना नहीं किया था. जिस दिन ईरान ने पाकिस्तान पर हमला किया उसी दिन पाकिस्तान के कार्यकारी प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियान के साथ मुलाकात कर रहे थे. वहां ईरान की तरफ से इस बात को लेकर कुछ नहीं कहा गया और दूसरी तरफ यह हमला हो रहा था. यह हमारे लिए बहुत हैरानी की बात थी.'
बिलावल भुट्टो ने उम्मीद जताई कि ईरान और पाकिस्तान इस मुद्दे को कूटनीतिक माध्यम से सुलझा लेंगे और संघर्ष को और आगे नहीं बढ़ाएंगे.
बिलावल भुट्टो ने पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान ने ईरान पर जो हमला किया वो पाकिस्तान का हक था. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने ईरान के हमले के बाद उचित कदम उठाया है और किसी को भी ऐसी सोच नहीं रखनी चाहिए कि वो पाकिस्तान पर हमला कर सकते हैं या पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन कर सकता है.
'भारत ने भी यही किया था', बोले बिलावल
इंटरव्यू के दौरान बिलावल भुट्टो ने ईरान के बहाने भारत पर भी निशाना साधा. पाकिस्तान अपने यहां आतंकियों को पनाह देता रहा है और ईरान ने बार-बार उससे कहा कि वो अपनी जमीन का इस्तेमाल उसके खिलाफ न होने दे. लेकिन जब पाकिस्तान ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया तब हारकर ईरान को पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक करना पड़ा. भारत के लिए भी पाकिस्तान ने यही स्थिति पैदा कर दी है जिसे देखते हुए भारत ने साल 2019 में पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट शहर के आसपास बम गिराए थे.
भारत के एयरस्ट्राइक और अब ईरान के एयरस्ट्राइक को लेकर बिलावल भुट्टो ने कहा, 'यह एक ट्रेंड शुरू हुआ है और हम इस ट्रेंड की निंदा करना चाहेंगे कि घरेलू मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए, अपनी जनता को खुश करने के लिए हमारे क्षेत्र में यह एक तरीका बन गया है. आपने देखा कि भारत में जब चुनाव चल रहे थे तब उन्होंने भी ऐसा ही किया था. आजकल ईरान पर भी घरेलू दबाव है. लेकिन ईरान का ऐसा करना बहुत अफसोसजनक है. हमने भी दिखा दिया कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं कर सकता है.'
'पाकिस्तान ने ईरान पर हमला कर ठीक किया'
ईरान ने मंगलवार को बलूचिस्तान के सीमावर्ती शहर पंजगुर में आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के ठिकानों को निशाना बनाकर पाकिस्तान में हमले किए थे. अचानक हुए इस हमले से पाकिस्तान की सरकार हैरान रह गई. पाकिस्तान की सरकार ने ईरानी हमले को कड़ी निंदा की और ईरान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को कम कर दिया. ईरान के हमले के बाद पाकिस्तान ने अगले ही दिन ईरान के सिस्तान- बलूचिस्तान प्रांत में पाकिस्तानी मूल के आतंकियों के खिलाफ रॉकेट दागे थे. ईरान की मीडिया ने कहा था कि पाकिस्तान के हमले में आम लोगों की मौत हुई जो ईरानी नागरिक नहीं थे.
बिलावल भुट्टो ने ईरान के हमले की निंदा करते हुए कहा, 'किसी को भी यह गलत धारणा नहीं बनानी चाहिए कि वो पाकिस्तान पर हमला कर सकते हैं या उसकी संप्रभुता का उल्लंघन कर सकते हैं. मुझे लगता है कि पाकिस्तान का ईरान में आतंकवादी समूहों को निशाना बनाने की हमारी प्रतिक्रिया न केवल उचित थी बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मरक्षा के अधिकार के रूप में हमारा अधिकार था.'
बिलावल भुट्टो ने चिंता जताई कि दोनों देशों के बीच संघर्ष का बढ़ना न केवल ईरान और पाकिस्तान बल्कि दुनिया भर के लिए बेहद खतरनाक होगा.
ईरान के हमले से हैरान रह गए थे बिलावल भुट्टो
बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान और ईरान के बीच आतंकवाद के साथ मिलकर लड़ने का समझौता है और दोनों देश इस दिशा में एक साथ मिलकर आगे बढ़ रहे थे और ऐसे में ईरान में बिना बताए पाकिस्तान पर हमला कर दिया. यह उनके लिए चौंकाने वाला था.
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान और ईरान ने पिछले कुछ महीनों में एक-दूसरे के साथ खूब बातचीत की है. पिछले 18 महीनों में दोनों देशों ने जितना सहयोग किया पिछले पांच सालों में उतना नहीं किया था. जिस दिन ईरान ने पाकिस्तान पर हमला किया उसी दिन पाकिस्तान के कार्यकारी प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियान के साथ मुलाकात कर रहे थे. वहां ईरान की तरफ से इस बात को लेकर कुछ नहीं कहा गया और दूसरी तरफ यह हमला हो रहा था. यह हमारे लिए बहुत हैरानी की बात थी.'
बिलावल भुट्टो ने उम्मीद जताई कि ईरान और पाकिस्तान इस मुद्दे को कूटनीतिक माध्यम से सुलझा लेंगे और संघर्ष को और आगे नहीं बढ़ाएंगे.
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