यूरोपीय देशों के रास्ते भारत का हथियार पहुंचा यूक्रेनः रिपोर्ट
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि चूंकि, यूक्रेन को गोला-बारूद की सप्लाई करने वाले देशों में भारत शामिल नहीं है. ऐसे में भारत ने स्लोवेनिया या पोलैंड के माध्यम से अपने हथियारों को यूक्रेन भेजा था. सूत्रों के मुताबिक, भारत से यह हथियार यूक्रेन ने नहीं बल्कि किसी तीसरे देश ने खरीदे थे.
रिपोर्ट में कहा गया था कि इसकी पूरी संभावना है कि एक पश्चिमी देश ने भारत से 155 मिमी आर्टिलरी के गोले खरीदे और इसे यूरोपीय देश के रास्ते यूक्रेन को सप्लाई किया. जिस देश ने भारत से यह हथियार खरीदा है, वह नाटो का सदस्य भी है.
पाकिस्तान करता रहा है यूक्रेन को हथियार सप्लाई
फरवरी 2022 में शुरू हुई रूस-यूक्रेन जंग के बाद से ही भारत ने यह स्टैंड लिया है कि वह तटस्थ है और यूक्रेन विवाद को बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए. इसके अलावा भारत ने रूस की निंदा करने से भी परहेज किया है. हालांकि, भारत ने यूक्रेन को मानवीय सहायता भेजी है और पुनर्निमाण के उद्देश्य से हुए सम्मेलनों में भाग भी लिया है.वहीं, युद्ध की शुरुआत के बाद से ही पाकिस्तान पश्चिमी देशों के इशारे पर पोलैंड या जर्मनी के माध्यम से यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने में आगे रहा है. यहां तक कि ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति के लिए पाकिस्तान आयुध बोर्ड के साथ एक समझौता भी किया था.जून 2023 में पाकिस्तान ने अमेरिकी जहाज की मदद से जॉर्डन और पोलैंड के रास्ते यूक्रेन को अपने हथियार भेजे थे. पाकिस्तान द्वारा भेजे गए हथियारों में एयर डिफेंस व्हिकल, मल्टीपल बैरल रॉकेट लॉन्चर, रिकवरी व्हिकल, कारतूस और स्पेयर पार्ट्स शामिल थे.
भारत ने क्या कहा?
रूस की ओर से भारत पर लगाए गए आरोपों को भारतीय विदेश मंत्रालय ने सिरे से खारिज कर दिया है. गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है कि भारत ने यूक्रेन को गोला-बारूद निर्यात किए थे.रूस की ओर से लगाए गए आरोपों से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि हमने कोई भी आर्टिलरी यूक्रेन को सप्लाई नहीं किया है. ना ही हमने निर्यात किया है और ना ही हमने भेजा है."
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