शिमला जिला के ठियोग उपमण्डल में एक सनसनी वारदात सामने आई है। सब के बगीचे में काम करने वाले नेपाली मूल के एक श्रमिक को सहकर्मी ने मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता विकास शर्मा पेशे से ठेकेदार है। विकास शर्मा ने सेब बगीचे में काम करने के लिए तीन नेपाली श्रमिकों को रखा था। इनमें प्रेम, हेमराज और राजन शामिल हैं। शिकायकर्ता के मुताबिक प्रेम और हेमराज कुंती में एक डेरे (अस्थायी आवास) में रह रहे थे। मंगलवार को डेरे में प्रेम मृत मिला और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। हालांकि हेमराज डेरे में मौजूद नहीं था। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया की प्रेम का शव अधजली अवस्था में था। जांच में सामने आया कि हत्यारे ने मौत के घाट उतारने के बाद साक्ष्य मिटाने के मकसद से शव को जलाने की कोशिश की थी।
ठियोग के डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा ने बुधवार को बताया कि यह हत्या का मामला है और इसे लेकर आईपीएस की धारा 302 और 201 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि नेपाली मूल के मृतक प्रेम के साथ काम करने वाला नेपाली श्रमिक हेमराज घटना के बाद से गायब है और उसकी हत्या में संलिप्त होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि फरार हेमराज की तलाश में छापेमारी की जा रही है। डीएसपी ने बताया कि युवक को किसी हथियार से मौत के घाट उतारा गया है और साक्ष्य मिटाने के लिए सबको जलाने की भी कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर गहन जांच की जा रही है।
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