शेयर बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने देश के करोड़ों निवेशकों को बड़ा अधिकार और सुरक्षा का हथियार देने की तैयारी कर ली है. अगर किसी निवेशक के डीमैट खाते के साथ किसी तरह की संदेहास्पद गतिविधियां होती हैं तो निवेशक अपने अकाउंट को तत्काल खुद ब्लॉक कर सकेगा.
सेबी ने 12 जनवरी को सर्कुलर जारी कर बताया है कि सभी स्टॉक ब्रोकर्स को इस बारे में निर्देश दिया गया है. ब्रोकर्स से कहा गया है कि वे 1 जुलाई, 2024 से अपने सभी निवेशकों को यह सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. साथ ही स्टॉक एक्सचेंज से भी इस बारे में बाकायदा गाइडलाइन बनाने के लिए कहा गया है. इस समय देश में करीब 12.97 करोड़ डीमैट खाते हैं.
क्या है सेबी के सर्कुलर में
बाजार नियामक ने कहा है कि निवेशकों को जैसे ही अपने डीमैट अकाउंट में कोई अवैध गतिविधि दिखाई देती है तो वे अपने खाते को ब्लॉक कर सकते हैं. अभी यह सुविधा ज्यादातर ट्रेडर्स के पास नहीं है. कई बार निवेशकों ने इस बारे में शिकायत की है कि उनके खाते में अवैध गतिविधियां होने पर भी अपने ट्रेडिंग अकाउंट को बंद नहीं कर पाते हैं. लिहाजा कोई ऐसी इमरजेंसी व्यवस्था की जाए जिसमें उन्हें भी एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड की तरह डीमैट खाते ब्लॉक करने की सुविधा मिले.
जुलाई से शुरू हो जाएगी सुविधा
सेबी ने अपने सर्कुलर में कहा है कि इस सुविधा को 1 जुलाई, 2024 से स्वैच्छिक रूप से लागू किया जाएगा. जिन निवेशकों को लगेगा कि उन्हें अपने खाते ब्लॉक करने की जरूरत है, वे इसका लाभ उठा सकेंगे. इस बारे में पूरा ढांचा तैयार करने के लिए सेबी सभी हितधारकों से परामर्श भी मांग रहा है.
क्या होंगे बदलाव, क्या सुविधा
पॉलिसी के तहत ऐसा ढांचा तैयार किया जाएगा जिसमें निवेशक अपने ट्रेडिंग खाते को ब्लॉक करने के लिए आवेदन कर सकता है. जैसा अभी एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड ब्लॉक कराने के लिए किया जाता है. इसमें तय किया जाएगा कि कितने समय के भीतर यूजर के आवेदन पर रिएक्ट करना और उसके डीमैट खाते को बंद करना जरूरी होगा. ट्रेडिंग मेंबर को एक बार किसी यूजर का रिक्वेस्ट मिलता है तो उसे तत्काल बंद किया जाना जरूरी होगा.
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