मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फर्जी हस्ताक्षर से पत्र भेजकर बुलंदशहर की एक महिला को नारी शक्ति विशेष पदाधिकारी के रूप में शपथ लेने के लिए गोरखपुर बुलाया गया।
गोरखनाथ मंदिर पहुंचने के बाद महिला ने पत्र दिखाया तब पता चला कि यह फर्जी है। महिला ने जनता दर्शन में मुख्यमंत्री से मिलकर इसकी शिकायत की। सीएम के निर्देश पर पत्र भेजने वाले कथित सचिव दिनेश चौधरी नामक व्यक्ति के खिलाफ कैंट थाने में जालसाजी का केस दर्ज किया गया है। एसएसपी ने बताया कि पत्र पूरी तरह से फर्जी है। पत्र भेजने वाले के बारे में पता लगाया जा रहा है।
बुलंदशहर के शेखूपुर रौरा की रहने वाले रीना चौधरी ने बताया कि दिनेश चौधरी-प्रधान सचिव (नारी शक्ति मिशन 2024) की तरफ से भेजे गए पत्र में उन्हें 30 नवम्बर को दिन में एक बजे गोरखपुर मठ कार्यालय पर बुलाया गया था। पत्र में नारी शक्ति विशेष पदाधिकारी के रूप में 30 नवम्बर की शाम 4.30 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा चार केन्द्रीय व सात राज्य कैबिनेट मंत्री की मौजूदगी में शपथग्रहण के कार्यक्रम की जानकारी दी गई थी।
फर्जी पत्र के जरिए रीना को बताया गया कि 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री बुलंदशहर दौरे पर गए थे, उस दौरान उनका नाम ब्लाक की तरफ से भारतीय जनता पार्टी में विशेष जिम्मेदारी देने के लिए आया था, लेकिन समय अभाव में ऐसा नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही 30 नवम्बर को इस जिम्मेदारी को ग्रहण करने के लिए बुलाया जा रहा है। पत्र में यह भी लिखा गया है कि विशेष जिम्मेदारी देने के लिए चर्चा 08 नवम्बर 2023 को दिल्ली कार्यालय पर हुई थी। वहीं पर कार्यालय, गोरखपुर मठ पर बैठक का निर्णय किया गया, यह पत्र दिल्ली राष्ट्रीय कार्यालय से 09 नवम्बर 2023 को भेजे जाने का भी जिक्र गया गया है।
पत्र में यह किया गया था वादा
रीना चौधरी को पत्र के जरिए बताया गया कि ब्लाक की सम्मानित महिला शक्ति होने के नाते मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें बुलंदशहर में एक विशेष नारी शक्ति का पदाधिकारी घोषित किया जाएगा। इसके लिए उनके पास मजबूत 15 महिलाओं की टीम अनिवार्य है, पार्टी के कार्य से कहीं भी जाने का भारतीय जनता पार्टी की तरफ से गाड़ी आदि का खर्च वहन होगा। उनका काम पार्टी कार्यकर्ताओं की निगरानी का होगा। लैटर पैड और मुहर आदि मिलेगी। मुख्य विकास अधिकारी एवं जिलाधिकारी की रिपोर्ट के अनुसार बुलंदशहर जिले से एक और सभी ब्लाकों पर एक-एक महिला शक्ति को चुना जाना है, उसमें भी उनकी राय अति आवश्यक होगी।
एसएसपी बोले
गोरखपुर के एसएसपी डॉ.गौरव ग्रोवर ने कहा कि महिला की शिकायत पर जालसाजी का केस दर्ज किया गया है। अब तक की जांच में यह पत्र पूरी तरह से फर्जी पाया गया है। पत्र कहां से भेजा गया, किसने भेजा, सभी पहलू पर जांच कर आरोपित पर कार्रवाई की जाएगी।
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