मालवीय नगर थाना इलाके में एक घर में घुसकर दो बच्चे जिव्यांश, हव्यांश और उसकी मां सुमन की गला रेत हत्या और फायरिंग मामले में पुलिस के हाथ सुराग लगा है। बताया जा रहा है कि हत्या करने वाला और कोई नहीं, पड़ोसी युवक ही है।
थानाधिकारी पूनम चौधरी ने बताया कि उत्तराखंड के लक्ष्मण सिंह बिष्ट जयपुर स्थित अपेक्स सर्किल के पास नारियल पानी का ठेला लगाता हैं। झालाना स्थित खटीकों के मोहल्ले में खुद का मकान बनाकर परिवार के साथ रहता हैं। 29 नवंबर की शाम करीब साढ़े चार बजे घर के सामने में रहने वाले शिव प्रताप (25) ने लक्ष्मण सिंह की पत्नी सुमन (23), बेटे जिव्यांश (5) और हव्यांश (2) की हत्या कर दी। घटना के समय घर में सास और ननद भी थीं। वारदात को अंजाम देने के बाद वह भाग निकला। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दस टीमें अलग-अलग स्थानों के लिए रवाना कर दी गई हैं। पुलिस ने बुधवार देर रात महिला के देवर और उसके कुछ दोस्तों से पूछताछ भी की है।
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतका सुमन के घर के सामने जालौन (उत्तर प्रदेश) स्थित उरई का रहने वाला शिव प्रताप रहता है। सुमन के पति लक्ष्मण सिंह बिष्ट से पड़ोसी शिव प्रताप की कहासुनी हो गई थी। कुछ दिन पहले की ही बात है। नाली के पानी और गाड़ी की पार्किंग को लेकर झगड़ा हुआ था। इसके बाद से शिव प्रताप, लक्ष्मण सिंह और उसकी पत्नी सुमन से बात नहीं करता था। उसने काफी समय से हत्या की योजना बना रखी थी।
कुछ दिन पहले ही शिव प्रताप ने नए कपड़े, रूमाल, मफलर, शर्ट और हत्या करने लिए चाकू खरीदा था। उसने चाकू खरीदने से पहले दुकानदार से कहा था कि उसे ऐसा चाकू चाहिए, जिससे मांस काटा जा सके। इस तरह के चाकू की डिमांड करने पर दुकानदार को उसका चेहरा याद रह गया। जब पुलिस इलाके में लोगों से पूछताछ कर रही थी तो दुकानदार ने दुकान की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दी। इसमें शिव प्रताप का चेहरा साफ नजर आ रहा है। पुलिस ने जब फोटो और वीडियो लक्ष्मण को दिखाए तो उसने शिव प्रताप की पहचान कर ली। उसके बाद से ही लगातार दबिश दी जा रही है। साथ ही शिव प्रताप के घर वालों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि 29 नवंबर की शाम करीब चार बजे अपने बच्चों (जिव्यांश और हव्यांश) के साथ सुमन सो रही थी। इतने में आरोपित शिव प्रताप आया। उसने पहले कमरे का गेट बंद किया और चाकू से सुमन का गला रेता। साथ ही, उसके शरीर पर कई वार किए। इस दौरान सुमन ने आरोपी को रोकने की कोशिश की, लेकिन ज्यादा खून बहने से ज्यादा देर तक विरोध नहीं कर सकी। सुमन की हत्या के दौरान उसके दोनों बेटे जाग गए। आरोपित पहचान होने के डर से दोनों बच्चों को भी चाकू से गोदकर मार फरार हो गया। इस दौरान उसने दो राउंड फायरिंग भी की थी।
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