- तेजी से बढ़ रहा साइबर क्राइम, अपने घर में भी असुरक्षित हैं महिलाएं | सच्चाईयाँ न्यूज़

सोमवार, 4 दिसंबर 2023

तेजी से बढ़ रहा साइबर क्राइम, अपने घर में भी असुरक्षित हैं महिलाएं

 हालांकि, इस बीच साइबर क्राइम में तेजी देखी गई है. बुजुर्ग और महिलाएं के खिलाफ अपराध में कोई कमी नहीं आई है. यहां तक की अलग-अलग वजह से खुदकुशी करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई है. पुलिस के सामने साइबर अपराध एक नई चुनौती बनकर उभर रहा है.

एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में साइबर क्राइम के 65893 मामले देश भर में दर्ज किए गए हैं. साल 2021 में 52974 मामले दर्ज किए गए थे. इस तरह एक साल के दौरान साइबर अपराध में 24.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. इनमें करीब 65 फीसदी मामले धोखाधड़ी के हैं. यानी 65893 मामलों में 42710 धोखाधड़ी के मामले हैं. जबकि 3648 मामले जबरन उगाही के हैं. साइबर क्राइम से निपटने के लिए कई जगहों पर अलग यूनिट बनाई गई है.

देश में तेजी से बढ़ रहा है साइबर क्राइम का ग्राफ

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तो साइबर अपराध के मामले साल 2021 के मुकाबले 2022 में दोगुने हो गए हैं. एनसीआरबी के मुताबिक, ऐसे मामलों की संख्या 2021 में 345 से बढ़कर 2022 में 685 हो गई है. इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि साल 2020 में साइबर अपराध के केवल 166 मामले दर्ज हुए थे. इन आंकड़ों को देखकर कहा जा सकता है कि देश में साइबर क्राइम का ग्राफ तेजी से उपर जा रहा है. पुलिस साइबर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है.

बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराध के केस बढ़े

एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, देश में आत्महत्या, सड़क दुर्घटना और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं. इतना ही नहीं बात यदि बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराध की करें तो इसमें भी वृद्धि दर्ज की गई है. इतना ही एनसीआरबी के अकड़ों को देखने से पता लगा की अचानक होने वाली मौत के आंकड़े भी बढ़े हैं. इस साल ऐसे कई वीडियो सामने आए जिसमे कोई डांस कर रहा और अचानक से गिर जाता और उसकी मौत हो जाती है. कोई जिम करते हुए अचानक गिरकर मर जाता है.

अचानक होने वाली मौत के आंकड़े चौंकाने वाले

साल 2021 के मुकाबले साल 2022 में अचानक मौत की संख्या में 11.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो बेहद चौंकाने वाली है. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2022 में 56653 अचानक मौत हुई, जिसमें 32410 मौतें दिल का दौरा पड़ने से, जबकि 24243 मौतें दूसरे कारणों से हुई हैं. अचानक मरने वालों में सबसे अधिक मौतें 19456, 45 से 60 आयु वर्ग के लोग थे. इस तरह की मौत के पीछे कोरोना का कारण माना जा रहा है. देश के स्वास्थ्य मंत्री ने भी इसकी पुष्टि की है.

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7.1 फीसदी की दर से बढ़े बलात्कार के केस

महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में कोई कमी नहीं आई है. चौंकाने वाली बात तो ये है कि महिलाओं के साथ वारदात को अंजाम देने वाले ज्यादातर उसकी पहचान के होते हैं. साल 2021 जहां महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध की संख्या 428278 थी, वो 2022 में बढ़कर 445256 पहुंच गई. ये 2021 के मुकाबले 4 फीसदी ज्यादा है. इसमें 31 फीसदी अपराध में या तो उसका पति शामिल था या फिर उसके रिश्तेदार. जबकि 19.2 फीसदी मामले महिलाओं के अपहरण और 7.1 फीसदी मामले रेप के हैं.

पिछले साल 2.5 लाख केस कम दर्ज हुए हैं

साल 2021 में आत्महत्या के 164033 मामले थे, जबकि 2022 170924 यानी कि करीब 6 हजार ज्यादा लोग ने मौत को गले लगाया. साल 2022 में कुल 58,24,946 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए, जबकि 2021 में इसकी संख्या 60,96,310 मामले दर्ज किए गए. इस तरह पिछले साल करीब ढाई लाख मामले कम दर्ज किए गए. लेकिन बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराध बढ़े हैं. साल 2021 में जहां 1,49,404 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 2022 में बढ़कर ये आंकड़ा 162449 तक पहुंच गया. 8.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

11.1 फीसदी की दर से बढ़े आर्थिक अपराध

60 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी साल 2022 में 2021 के मुकाबले 9.3 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. साल 2021 में जहां 26110 मामले दर्ज किए गए थे, वो साल 2022 में बढ़कर 28545 पहुंच गए. दूसरी तरफ आर्थिक अपराध भी साल 2021 के मुकाबले बढ़े हैं. साल 2021 में जहां 174013 मामले दर्ज किए गए थे वो बढ़कर साल 2022 में 193385 तक पहुंच गए. यदि प्रतिशत में बात करें तो एक साल में 11.1 फीसदी आर्थिक अपराध में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

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