पंजाब के लुधियाना में कारोबारी संभव जैन को अगवा करने के आरोपी दो गैंगस्टरों को पुलिस ने बुधवार को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। मुठभेड़ में संजीव कुमार उर्फ संजू बामण और शुभम उर्फ गोपी ने जान गंवाई थी।संजू कई बार फायरिंग कर लुधियाना में दहशत फैला चुका था। संजू बामण ने नौ साल पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा था। पहली बार संजू ने बस्ती जोधेवाल इलाके में मारपीट के दौरान गोली चलाई थी।13 दिन पहले संजू बामण ने कारोबारी संभव जैन को गोली मारी थी। उसी के बाद वह भागता फिर रहा था। 13 दिन बाद वह खुद पुलिस की गोली का शिकार बन गया। इसके साथ ही पुलिस ने गैंगस्टर गोपी को भी ढेर कर दिया।गैंगस्टर संजू बामण के एनकाउंटर की खबर जब पिता को मिली तो वह डेरा ब्यास में माथा टेकने जा रहे थे। सूचना मिलने पर तुरंत घर लौटे। संजू के पिता राज कुमार ने बताया कि संजू उनके कहने में नहीं था। बचपन में वह ऐसा नहीं था। उसकी मां भावना रानी की करीब 10 साल पहले मौत हो गई। इसके बाद से वह किसी की नहीं सुनता था। उसकी शिकायतों से तंग आकर पिता ने करीब 10 साल पहले बेदखल कर दिया था। पिता राज कुमार ने बताया कि संजू की हरकतों की वजह से उनका काम भी पूरी तरह से ठप हो गया था। घर के बर्तन तक बिक गए। पैसे न होने के कारण वह दो वक्त की रोटी को भी मोहताज थे।
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