मेरठ में कक्षा 11 की छात्रा के अपहरण की कहानी फर्जी पाई गई है। पुलिस ने गहन जांच के बाद सच का खुलासा किया तो सभी हैरान रह गए। अपने दोस्त से झगड़ा होने के बाद पहले छात्रा ने आत्महत्या का प्रयास किया।
कस्तला गांव निवासी कक्षा 11 की छात्रा ने सोमवार की रात को अपने पिता और भाई को किसी व्यक्ति से मोबाइल लेकर फोन किया और उन्हें एक ऑल्टो कार सवारों पर अपने अपहरण करने की बात कही। इसके बाद बेगम पुल पर किसी तरह से कार से कूदकर अपनी जान बचाने की बात कही। रात में ही छात्रा के पिता और भाई उसे लेकर सदर बाजार थाने में पहुंचे थे। सदर थाने ने उन्हें गंगानहर थाने भेज दिया। मंगलवार को पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई। कस्तला गांव की कक्षा 11 की छात्रा प्रतिदिन मेरठ में एनडीए की कोचिंग करने आती है। ईव्ज चौराहे पर अंग्रेजी की कोचिंग करने के बाद गंगानगर में कोचिंग को जाती है। छात्रा के अपहरण के आरोप के बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सीओ शुचिता सिंह को पूरे मामले की जांच सौंप दी। पुलिस ने पहले सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो छात्रा की कहानी फर्जी लगी। इसके बाद पुलिस ने छात्रा की सहेलियों से पूछताछ की। जांच में पता चला कि छात्रा की अपने ही गांव के लड़के तुषार नागर से दोस्ती थी। कुछ दिन पहले तुषार ने छात्रा से दोस्ती खत्म करके उसकी दूसरी सहेली से दोस्ती कर ली। इससे छात्रा आहत हो गई और उसने प्रेमी को सबक सिखाने के लिए यह कहानी रची। पहले तो उसने जहरीला पदार्थ खरीद कर आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन उसमें सफल नहीं हुई। इसके बाद उसने अपने अपहरण की कहानी परिजनों को बताकर दोस्त को फंसाने का षडयंत्र रचा। सीओ शुचिता सिंह का कहना है कि छात्रा ने कक्षा 10 में 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। छात्रा और उसके दोस्त को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई थी। उसके भविष्य को देखते हुए छात्रा को परिजनों के हवाले कर दिया गया।
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