Vande Bharat sleeper train वंदेभारत एक्सप्रेस यात्रियों की पसंदीदा बन चुकी है. सुविधाजनक सफर की वजह से ज्यादातर रूटों पर चलने वाली ट्रेन का आक्यूपेंसी रेट काफी अच्छा है. भारतीय रेलवे इस ट्रेन के सफर को और सुविधाजनक बनाने जा रहा है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने न्यूज18 हिन्दी को वंदेभारत स्लीपर के ट्रैक पर आने की डेडलाइन बतायी. उन्होंने कि मार्च 2024 तक स्लीपर वंदेभारत ट्रेन दौड़ने लगेगी. यह वंदेभारत बेहतर साज-सज्जा वाली होगी. इससे सफर करने का अपना अलग अनुभव होगा.
मौजूदा समय चल रहीं सभी वंदेभारत एक्सप्रेस केवल चेयरकार वाली हैं, यानी इसमें बैठकर सफर किया जा सकता है. ये ट्रेन जिन स्टेशनों से चलती हैं, रात में उन्हीं स्टेशनों में वापस आ जाती हैं. अब रेलवे वंदेभारत के सफर को और अधिक सुविधाजनक बनाने ज रहा है. इनको राजधानी की तरह चलाने की योजना है. यानी वंदेभारत स्लीपर लंबी दूरी का सफर तय करेंगी. अब ये रात में चलेंगी, जिसमें यात्री सोते हुए सफर कर सकेंगे.
रेल मंत्रलय के अनुसार पहली स्लीपर वंदेभारत स्लीपर आईसीएफ चेन्नई ही बनाएगा. राजधानी व अन्य प्रीमियम ट्रेनों से इसका स्लीपर कोच थोड़ा अलग होगा. इसमें प्रत्येक कोच में चार के बजाए तीन टॉयलेट होंगे. इसके साथ ही एक मिनी पेंट्री भी बनाई जाएगी.
एक स्लीपर वंदेभारत ट्रेन में कुल 823 बर्थ होंगी. इसमें यात्रियों के लिए 823 बर्थ और स्टाफ के लिए 34 बर्थ होंगी. स्लीपर वंदेभारत का प्रोटो टाइप दिसंबर 2023 तक तैयार हो जाएगा.
मौजूदा समय वंदे भारत एक्सप्रेस की खासियत
नई वंदे भारत एक्सप्रेस हल्की है और मात्र 52 सेकंड में 100 किमी की रफ्तार पकड़ सकती है. फिलहाल, सभी वंदे भारत ट्रेनें पूरी तरह से वातानुकुलित हैं और उनमें स्वचालित दरवाजे हैं. वंदे भारत ट्रेन के चेयर को 180 डिग्री तक रोटेट किया जा सकता है. ट्रेन में जीपीएस आधारित इंफॉर्मेशन सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम टॉयलेट हैं. इसमें पावर बैकअप की भी व्यवस्था है. यह ट्रेन सुरक्षा कवच से लैस है. सफर के दौरान यात्री खुद को सुरक्षित महसूस करें, इसका पूरा ध्यान रखा गया है. इसमें पुश बटन स्टॉप की सुविधा भी दी गई है. किसी भी आपात स्थिति में ट्रेन को एक बटन दबाकर रोका जा सकता है
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