अगर आप अपनी गाड़ी को कहीं भेजने के लिए किसी कंपनी की मदद ले रहे हैं, तो उसे अच्छे से जांचना और परखना बहुत जरूरी है. कहीं ऐसा ना हो कि आपकी गाड़ी आपके गंतव्य स्थान पर पहुंचने की बजाय, महीने भर बाद लावारिस हालत में दिल्ली से बाहर दूसरे इलाके में आपको मिले.
नई दिल्ली: दिल्ली में एक कंपनी ने अपने ग्राहक के साथ धोखाधड़ी की. सॉफ्टवेयर इंजीनियर विशाल कुमार ने अपनी होंडा सिटी कार दिल्ली से पुणे भेजने के लिए बालाजी ट्रांसको पैकर एंड मूवर्स ( रजिस्टर्ड ) से संपर्क किया था. उनकी गाड़ी पुणे तो नहीं पहुंची, लेकिन 1 महीने बाद लावारिस हालत में दिल्ली से बाहर मिली. पीड़ित विशाल ने बताया कि अक्टूबर में उन्होंने अपनी गाड़ी को भिजवाने के लिए बालाजी ट्रांसको पैकर एंड मूवर्स ( रजिस्टर्ड ) से संपर्क किया. पूरी डिटेल पता कर, वेबसाइट देखकर जब आश्वस्त हो गए और सब बढ़िया लगने पर कंपनी को 12,500 रुपए का पेमेंट कर दिया.
उन्होंने बताया कि कंपनी की तरफ से एक ड्राइवर आया, सारी फोटो ले ली. उसके बाद पश्चिम विहार से गाड़ी ले गया. गाड़ी को लोडिंग करते हुए का फोटो भी इन्हें भेजा गया. उन्होंने 5 से 7 दिन के अंदर डिलीवरी करने का भरोसा दिया, लेकिन उनकी गाड़ी 1 महीने बाद भी पुणे नहीं पहुंची. बुधवार दोपहर हमारी होंडा सिटी गाड़ी लावारिस हालत में गुरुग्राम के पालम विहार इलाके में सड़क किनारे मिली. जिससे गाड़ी बुक कराई थी वह लगातार एक महीने के दौरान बहलाता रहा, भरोसा देता रहा.
गाड़ी आज पहुंच जाएगी, कल पहुंच जाएगी. गाड़ी पुणे पहुंच चुकी है. कभी कहता गाड़ी मुंबई में है, कभी कहता दीपावली है. छठ के बाद में इनका किसी तरह संपर्क हुआ तो उसने कहा 4500 और लगेंगे और गाड़ी आपको अगले दिन पुणे में मिल जाएगी. जब विशाल को लगा कि उनके साथ धोखा हो रहा है, तब वह पुणे से दिल्ली के पश्चिम विहार पहुंचे.
लावारिस हालत में मिली गाड़ी: पीड़ित ने मामले की शिकायत पश्चिम विहार वेस्ट थाने में की. उन्होंने अपने लेवल पर ट्रैक करना शुरू किया. आरोपियों के द्वारा बीच बीच में दिए गए अलग-अलग नंबरों को ट्रैक करके जब बात की गई तो गाड़ी बुधवार को लावारिस हालत में इन्हें गुरुग्राम के पालम विहार इलाके में मिली. गाड़ी की डिक्की में रखा हुआ कुछ सामान भी गायब मिला है.
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