जब से अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार सत्ता में आई है, तभी से पाकिस्तान के साथ उसके ताल्लुकात खटाई में चल रहे हैं। वहीं पाकिस्तान ने अपने देश से अफगान शरणार्थियों को जिस तरह से अफगानिस्तान वापस जाने के लिए कार्रवाई की है, उससे तालिबान और भी चिढ़ा हुआ है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच आपसी रिश्ते इन दिनों बुरे दौर में चल रहे हैं। इस बीच अफगानिस्तान ने हजारों पाकिस्तानी ट्रकों को तोरखाम बॉर्डर पर रोक दिया है। अफगानिस्तान ने यह कड़ा रुख पाकिस्तान की ओर से शरण पाए हुए अफगानी नागरिकों को देश से निकाले जाने के बाद अपनाया है। अफगानिस्तान की ओर से इस तरीके के कड़े रुख पर पाकिस्तान न सिर्फ सकपकाया है, बल्कि उसने भी इस प्रक्रिया में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के साथ व्यापार बंद कर दिया है।
खुले बॉर्डर से भारत तक पहुंचती थी नशे की खेप
जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान इस खुले बॉर्डर से ट्रेड कर भारत में नशे की बड़ी खेप पहुंचाता था। अनुमान यही लगाया जा रहा है कि बंद हुए इस व्यापारिक समझौते से भारत में अब पाकिस्तान की ओर से नशे की तस्करी और अवैध कारोबार पर लगाम लग सकेगी। बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से आने वाले लोगों पर ज्यादा ही सख्ती बरतनी शुरू कर दी। हालात ऐसे हो गए कि कानूनी वीजा और पासपोर्ट धारकों की एंट्री ही अफगानिस्तान में प्रतिबंधित की जाने लगी।
पाकिस्तान ने दी कारोबार बंद करने की धमकी, अफगानिस्तान ने रोक दिए ट्रक
जब अफगानिस्तान ने पाकिस्तान से आपत्ति दर्ज की, तो पाकिस्तान ने धौंस दिखाते हुए अफगानिस्तान के व्यापार को बंद करने की धमकी देनी शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक मंगलवार शाम से अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के हजारों ट्रकों को अपने देश के भीतर आने से न सिर्फ रोक दिया, बल्कि अफगानिस्तान में मौजूद सभी ट्रकों को अगले कुछ दिनों की मोहलत देकर तत्काल वापस जाने का फरमान सुना दिया। विदेशी मामलों के जानकारों का मानना है कि ऐसा करके अफगानिस्तान ने एक साथ कई निशाने पाकिस्तान पर साधे हैं।
जानिए कैसे खराब हुए पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते
जानकार कहते हैं कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रिश्ते तभी से खराब होने शुरू हुए, जब पाकिस्तान को इस बात का इल्म हो गया कि वह अफगानिस्तान में अब अपनी मनमर्जी से बहुत कुछ नहीं कर सकता।
दरअसल अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के ट्रकों के माध्यम से होने वाले ट्रेड को बंद करके न सिर्फ पाकिस्तान की व्यापारिक गतिविधियों को रोका है, बल्कि पाकिस्तान की ओर से भारत को तस्करी से भेजी जाने वाली अवैध नशे की खेप को भी रोकने का बड़ा रास्ता अख्तियार कर लिया है।
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