गुरूग्राम में सब्जी बेचने वाले एक साइबर फ्रॉड को पकड़ा गया है। इसकी स्टोरी जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे क्योंकि इसने सिर्फ 6 महीने में ही लोगों को 21 करोड़ रुपए का चूना लगा दिया।
पुलिस ने 27 साल के रिषभ शर्मा नाम के अपराधी को पकड़ा है जो कि दिल्ली से सटे गुरूग्राम में सब्जी बेचने का काम करता है लेकिन यह इतना शातिर निकला कि पुलिस के भी होश उड़ गए।
सब्जी विक्रेता ने कैसे की साइबर ठगी
पुलिस के अनुसार आरोपी रिषभ शर्मा ने वर्क फ्रॉम होम स्कैम के माध्यम से 21 करोड़ की ठगी की है और इसने अपना नेटवर्क 10 राज्यों तक फैला रखा है। इस पर फ्रॉड के 37 मामले दर्ज हैं और इसने अपने साथ 855 लोगों को जोड़ रखा था। आरोप है कि यह फ्रॉडिया इंटरनेशनल कारटेल के लिए काम करता था और चीन, सिंगापुर, हांगकांग से हवाला के जरिए क्रिप्टो करेंसी में पैसे का लेनदेन करता था। पुलिस की मानें तो आरोपी ने यह काम सिर्फ 6 महीने पहले ही शुरू किया और देखते ही देखते करोड़पति बन गया। इसने अपनी गैंग बना ली थी और उसी के माध्यम से यह ठगी का जाल बिछाता था।
ठगी के 37 मामलों में है आरोपी
गुरूग्राम पुलिस की मानें तो कोरोना महामारी के दौरान इसने सब्जी बेचने का धंधा बंद कर दिया है और साइबर फ्रॉड के धंधे में उतर गया। गुरूग्राम के सेक्टर 9 में रहने वाले इस आरोपी पर 37 मामले दर्ज हैं। इसके नेटवर्क 10 राज्यों में फैला है। रिपोर्ट्स की मानें को उत्तराखंड पुलिस ने इसे 28 अक्टूबर को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी उस बैंक अकाउंट को ट्रैक करके हुई, जिसमें इसने अपने टारगेट्स को पैसा ट्रांसफर करने के लिए दिया था। यह आरोप व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया अकाउंट्स के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फंसाता था और उन्हें धोखे में रखकर पैसे वसूल करता था।
कैसे करता था साइबर ठगी
पुलिस के अनुसार इसके एक दोस्त ने इसे लोगों के फोन नंबर्स का डाटा बेस दिया था, जिससे यह रैंडम कॉल करके लोगों को जाल में फंसाता था। यह नौकरी, वर्क फ्रॉम होम और दूसरे बिजनेस का लालच देता था। हाल ही में इसने देहरादून के एक बिजनेसमैन से 20 लाख की ठगी की थी, जिसके बाद पुलिस पीछे पड़ी और गिरफ्तारी हो सकी।
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