Israel-Hamas war: इजरायल के रक्षा मंत्री और उसकी सेना के चीफ ने ये साफ कर दिया है कि बंधकों की रिहाई के बाद हमास के खिलाफ जंग जारी रहेगी. ये जंग करीब 4 महीने तक चल सकती है. इजरायली सेना के इरादे का पता इसी बात से चलता है कि युद्धविराम से पहले आखिरी दिन उसने अपनी सैन्य कार्रवाई के दौरान हमास के आतंकियों और उसके 300 मददगारों को मार गिराया है.
इजरायल ने जारी किया वीडियो
गाजा में युद्धविराम की शांति से पहले इजरायली सेना आखिरी घंटे तक हमास का सफाया करने में जुटी थी. इजरायली सेना की ओर से कल जारी किए गए वीडियो में सैनिकों को गाजा के जबालिया क्षेत्र में आगे बढ़ते देखा जा सकता है. एक वीडियो में इजरायली सैनिक हमास के हथियार, सुरंग शाफ्ट और मिसाइलों को दिखा रहे हैं, जो सबूत हैं कि हमास अपने आतंकी मंसूबों को पूरा करने के लिए बेकसूर नागरिकों और बच्चों का इस्तेमाल करने से भी नहीं हिचकता है.
मस्जिद के नीचे सुरंग
वीडियो में इज़राइली कमांडर ये कहते हुए दिखाई देते हैं कि उन्हें एक मस्जिद में एक सुरंग शाफ्ट और शहरी क्षेत्र में कई तरह की मिसाइलें मिलीं हैं. इज़राइल ने कहा कि पिछले दिनों उसके हमलों ने हमास के सैन्य कमांड सेंटरों, भूमिगत आतंकी सुरंगों, हथियार भंडारण सुविधाओं, हथियार निर्माण स्थलों और एंटी टैंक मिसाइल लॉन्च ठिकानों को निशाना बनाया है.
हमास रिहा करेगा पहला ग्रुप
इस बीच कतर में मध्यस्थों ने कहा कि इज़राइल और फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास आज सुबह से युद्धविराम को अमल में ला रहे हैं. इसके तहत 13 इज़राइली महिलाओं और बच्चों के पहले समूह को हमास अपने कब्जे से छोड़ेगा. इस युद्धविराम के लागू होने से पहले इजरायली सैनिक रात भर गाजा पट्टी पर भारी गोलाबारी कर रहे थे.
गाजा में 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा में जबालिया, नुसीरात और अल-मगाजी शरणार्थी शिविरों को निशाना बनाया जबकि पास के बेत लेहिया में इजरायली सैनिकों और हमास के आतंकियों की बीच जबरदस्त गोलीबारी हुई. गाजा में हमास सरकार के मुताबिक इस युद्ध में मरने वालों की संख्या अब 14,854 हो गई है. वहीं युद्धिविराम से पहले एक दिन में 322 लोग मारे गए.
जंग से फिलिस्तीन को बड़ा नुकसान
इससे पता चलता है कि युद्धविराम से पहले इजरायली सेना ने कितनी जबरदस्त कार्रवाई की है. हालांकि, कहा ये भी जा रहा है कि कई लोगों की मौत हमास की ओर से इजरायल की ओर दागे गए रॉकेट से भी हुई जो गाजा में ही फट गए. हमास का दावा है कि 47 दिनों की लड़ाई में लगभग 36,000 फिलिस्तीनी घायल हो गए हैं और 7,000 फिलिस्तीनी जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं वो लापता हैं. इनमें से कुछ शायद इमारतों मलबे के नीचे दबे हैं, जो इजरायली बमबारी में जमीदोज हो गई हैं.
हमास के पास कोई चारा नहीं
हमास लंबी जंग लड़ने का दावा करता रहा है. असल में इजरायल ने हमास को कुचलने में अपनी पूरी ताकत लगा दी है. नेतन्याहू अब भी कह रहे हैं कि हमास के पूरी तरह खात्मे तक जंग जारी रहेगी. हमास कई मोर्चों पर नेस्तनाबूद हो चुका है. अब ऐसा माना जा रहा है कि गाजा की तबाही के बाद हमास के पास अब घुटने टेकने अलावा कोई चारा नहीं है.
बंधकों की रिहाई के लिए राजी हमास
हमास आखिरकार 50 बंधकों की रिहाई के लिए राजी हो गया है. जो हमास 47 दिन में सिर्फ चार बंधक छोड़ पाया वो अगले चार दिनों में 50 बंधक रिहा करेगा. आखिर क्यों हमास को कदम पीछे खींचने पड़े. अब तक लाखों लोगों को अपनी ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहा हमास क्यों पीछे हट रहा है. इसके पीछे इजरायल की सैन्य ताकत है या फिर कोई और वजह.
इजरायल ने ऐसे बरसाए बम
असल में इजरायल ने गाजा में जो बारूदी बारिश बीते 47 दिनों में की है, उसने गाजा को खंडहर से भी बदतर बना दिया है. इजरायल जंग के मैदान के हर मोर्चे पर हमास पर भारी पड़ चुका है. पहले इजरायल ने गाजा पर अपनी सरहद में रहते हुए ही टैंकों और जंगी जहाजों से बेशुमार बम बरसाए. और अपने सैनिकों को महफूज रखते हुए इजरायल ने दूर से हमले किए.
इजरायल ने किसी को नहीं बख्शा
और इसके बाद बारी आई गाजा के भीतर घुसकर जमीनी हमले करने की. इजरायल के टैंक धड़धड़ाते हुए गाजा के भीतर दाखिल होने लगे. एक दो दस बीस नहीं, सैकडों मरकावा टैंकों ने गाजा की धरती को रौंद डाला. घर के भीतर घुसकर ऐसे हमले किए कि हमास भी दहल गया. इजरायल ने किसी को नहीं बख्शा. यहां तक कि गाजा में रहने वाले बच्चे, बूढ़े और महिलाएं भी इजरायल के हमले का शिकार हो गए. जिनका इस जंग से कोई लेना देना नहीं था.
अस्पताल, स्कूल और मस्जिद सब तबाह
इजरायल की सेना हर उस ठिकाने पर हमले करती रही, जहां हमास के लड़ाकों के छुपे होने का शक था. पहले गाजा की एक इमारत पर इजरायली झंडा लहराया गया. फिर हमास की संसद से लेकर सिटी सेंटर पर भी इजरायल का झंडा लहराया गया. इजरायल ने हर जगह हमले किए. चाहे वो अस्पताल हो या फिर रिफ्यूजी सेंटर. मस्जिद हो या फिर स्कूल. हर जगह इजरायल ने भीषण हमले किए.
इजरायल के हमले में ऐसे तबाह हो गया गाजा
इजरायल ने किसी भी हाल में हमास को कमजोर करना चाहता था. इसलिए हमास के कई लड़ाकों को ढेर किया गया. कई कमांडर मारे गए. हमास लड़ाके ईंधन के लिए जूझने लगे. फिर गाजा में बिजली पानी तक का संकट हो गया. इजरायल के भयानक हमले में गाजा को कैसे तबाह किया? इसको आप इन आंकडों से समझ सकते हैं-
- गाजा में मरनेवालों की संख्या 14000 के पार हो गई
- गाजा में 10 हजार इमारतें गिर चुकी हैं
- 43 हजार घर जमींदोज हो चुके हैं
- 300 स्कूल कॉलेज तबाह हो गए
- 25 अस्पताल हमलों के बाद तबाह और बंद हो गए
इजरायल ने अस्पतालों को बनाया निशाना
गाजा के इंडोनेशियाई अस्पताल पर इजरायल का हमला हुआ. उस हमले में 12 लोग मारे गए. किसी को अस्पताल से निकलने नहीं दिया गया. कई लोग वहां बुरी तरह घायल हैं. अल शिफा अस्पताल पर भी इजरायल ने हमले किए. जहां अस्पताल के नीचे बनी सुरंग से हमास को कुछ खास नहीं मिला. इजरायल ने हमास को पूरी तरह कमजोर कर दिया. जिस सुरंग नेटवर्क पर हमास को सबसे ज्यादा भरोसा था, वहां तक इजरायल की सेना पहुंच गई है. कई सुरंगों को तबाह कर दिया गया.
हिजबुल्लाह पर भी हमले
इस दौरान हमास के कई टॉप कमांडर भी मारे गए. इजरायल ने हमास के साथ-साथ हिजबुल्लाह को भी नहीं बख्शा. हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमले की सबसे ताजा तस्वीर को देखने पर पता चलता है कि उस मोर्चे पर भी इजरायल ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. इजरायल की तेजतर्रार और हमलावर रणनीति हमास को भारी पड़ रही है. बंधकों को छोड़ने की डील भी इजरायल की रणनीति का नतीजा मानी जा रही है.
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