माफिया की बेनामी संपत्तियों के साम्राज्य को ध्वस्त करने में जुटी टास्क फाॅर्स ने अतीक के करीबी मोहम्मद अब्बास से पूछताछ की व 42 लाख की मर्सिडीज़ समेत सात गाड़ियों का मालिक है।टास्क फाॅर्स की पूछताछ मे यह बात समाने आयी है।एक बात यह भी है की उसकी कई गाड़ियों के पंजीकरण नंबर में लास्ट चार अंक 1500 है।अतरसुइया के दरियाबाद निवासी अब्बास अतीक का बेहद करीबी है। सिविल लाइंस स्थित मैक टावर का मालिक होने के साथ ही उसने करेली में मैक टाउन नाम से एक टाउनशिप भी बसाई थी। अतीक से उसके करीबी रिश्तों के बाबत जानकारी जुटाने के लिए ही टास्क फोर्स ने उससे एक दिन पहले आठ घंटे तक पूछताछ की थी। पूछताछ में यह बात सामने आई कि उसके पास कुल सात कार हैं। इनमें से एक मर्सिडीज भी है। जुलाई 2015 में यह कार उसने खरीदी थी, जिसकी कीमत करीब 42 लाख रुपये थी। इसके अलावा छह अन्य कारों के बारे में भी पता चला है।वही पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब्बास से उसकी संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज लेकर आने को कहा गया है। दस्तावेजों के मिलने के बाद पता लगाया जाएगा कि संबंधित संपत्तियों को खरीदने के दौरान उसकी आय का क्या स्रोत रहा।अतीक ने अपनी एक बेहद करीबी महिला को इम्तियाज चावल के करेली स्थित मकन में शरण दिलाई थी। जीटीबी नगर स्थित यह मकान इम्तियाज का ही था, जिसे बाद में उसने किसी अन्य को बेच दिया। हालांकि, इसके बाद भी महिला उसी मकान में ठिकाना बनाए रही। यह बात माफिया की बेनामी संपत्तियों की पड़ताल में जुटी टास्क फोर्स की जांच में सामने आई हैइम्तियाज से दो दिन पहले टास्क फोर्स के अफसरों ने पूछताछ की थी। इसमें पता चला था कि उसने अतीक की मदद से करनाल में 1991 में एक राइस मिल खोली थी। 2001 में इसी राइस मिल की जगह पर उसने इंजीनियरिंग कॉलेज खोल दिया था।
वही पुलिस सूत्रों के अनुसार जांच में सामने आया है कि अतीक की बेहद करीबी महिला काफ़ी लम्बे समय से उसके करेली स्थित मकान मे रह रही है।हालांकि, इस बाबत पूछने पर उसने बताया कि अतीक ने जबरन उसके मकान में महिला को रखवाया था। जिसे बाद में उसने किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया। टास्क फोर्स उक्त जानकारियों के बाबत जांच पड़ताल में जुटी है।
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