यूक्रेन में रूस के तीन FSB अधिकारियों को जहर देकर मार दिया गया. दावा किया गया है कि इनके खाने में आर्सेनिक और चूहे मारने वाला जहर मिलाया गया था. यूक्रेन की ओर से दावा किया जा रहा है कि यह काम मेलिटोपोल में यूक्रेन के उन लड़ाकों ने किया है जो भूमिगत रहते हैं.
यूक्रेन के खाने में जहर मिलाकर रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के तीन अधिकारियों के मारे जाने के बाद रूसी सेना ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. द सन की रिपोर्ट के मुताबिक जिस रेस्तरां में भोजन और शराब पहुंचाई गई थी, उसकी तलाशी की गई, लेकिन जहर का कोई निशान हाथ नहीं लगा. दावा ये भी किया जा रहा है कि अधिकारियों को जिस शख्स ने खाना पहुंचाया था वह भी मौके पर नहीं मिला.
मेयर ने की पुष्टि
रूस के फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के तीन अधिकारियों को जहर देकर मारे जाने की पुष्टि कीव पोस्ट में की गई है. इसके अलावा मेलिटोपोल के निर्वासित मेयर इवान फेडोरोव ने भी इसकी पुष्टि की है. यूक्रेनी टीवी चैनल यूनाइटेड न्यूज से बातचीत में फेडोरोव ने कहा कि-‘अधिकारियों ने एक स्थानीय कैफे से खाना ऑर्डर किया था, जब उन्होंने इसे खाया तो जहर से उनकी मौत हो गई’. मेयर ने भी कहा कि- ये दिलचस्प है कि वे उस व्यक्ति को नहीं ढूंढ पा रहे हैं, जिसने खाना पहुंचाया था. उन्होंने कहा कि यह उन लड़ाकों का काम है जो रूस के हमले से नाराज हैं और लगातार यूक्रेन के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं.
यह हमले का अलग तरीका
मेयर ने बातचीत में यह भी कहा कि दुश्मन का सफाया करने के लिए केवल मिसाइल और रॉकेट काफी नहीं हैं. लड़ाके अपने तरीके से भी इनसे निपटते हैं. टेलीग्राम चैनल के मुताबिक जो तीन FSB अधिकारियों को मारा गया है, उनमें से दो ब्लैक सी में कथित तौर पर नाविकों की कब्र की जांच शुरू की थी. यह जांच उन आरोपों के बाद शुरू की गई थी, जिनमें मिसाइल के हमले से सबूत दिखाने के लिए सत्रह शव क्षत-विक्षत किए जाने का आरोप लगाया गया था.
सेनाओं को पहले दी गई थी चेतावनी
बताया जाता है कि मेलिटोपोल पर कब्जा करने वाली रूसी सेना को पहले भी खाना में जहर मिलाकर दिए जाने की आशंका जताई गई थी. पिछले माह में रूस के दर्जनों पायलटों की हत्या के लिए रूसी सैन्य अड्डे पर जहर ये युक्त शराब और केक पहुंचाया गया था. हालांकि एक टेलीग्राम चैनल की ओर से आगाह करने के बाद अतिथियों ने इस केक और शराब से परहेज किया था.
केक काटा, लेकिन खाया नहीं
दरअसल रूसी पायलट सेना में कमीशन होने की अपनी 20वीं वर्षगांठ मना रहे थे, इसके लिए 20 किलो का केक मंगाया था, इस केक को काटा भी गया, लेकिन तभी एक सुराग हाथ लगने के बाद इस केक को बिना खाए ही छोड़ दिया गया. इससे पहले भी दो रूसी सैनिकों की यूक्रेनी नागरिकों द्वारा दिए गए जहरीला खाना खाने से मौत हो गई थी.
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