इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष को शुरू हुए अब डेढ़ महीने से ज्यादा समय बीत चुका है। इसमें हजारों लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच भारत ने इस्राइल पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे आतंकवाद तक करार दे दिया।
अब इस्राइल ने आतंक को लेकर भारत की दृढ़ता का समर्थन करते हुए पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को अपनी आतंकी संगठनों की सूची में शामिल कर लिया है। भारत में इस्राइली दूतावास ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस्राइली दूतावास की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 26/11 के मुंबई हमलों की 15वीं बरसी के मद्देनजर इस्राइल ने लश्कर-ए-तैयबा को आतंकी संगठन घोषित करने का फैसला किया है। इस बारे में भारत सरकार की तरफ से इस्राइल से कोई अपील नहीं की गई, इसके बावजूद देश की तरफ से खुद यह कदम उठाया गया है।
इस्राइली दूतावास ने कहा कि इसे लेकर सभी तरह के जरूरी दस्तावेजी कार्यवाही और सत्यापन पूरा कर लिया गया है और इसी के साथ अब लश्कर-ए-तैयबा इस्राइल की अवैध आतंकी संगठनों की सूची में शामिल हो गया है।
मुंबई हमले में गई थी इस्राइली नागरिकों की जान
गौरतलब है कि मुंबई में 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुम्बई को बम विस्फोटों और गोलीबारी से दहला दिया था। इस आतंकी हमले में 166 लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। यह हमला 29 नवंबर तक चला था। इसमें नौ आतंकवादी भी मारे गए थे और जिंदा पकड़े गए आतंकवादी कसाब को बाद में फांसी दी गई थी।
पाकिस्तानी आतंकियों ने यहूदियों के उपासना स्थल चबाड हाउस (नरीमन हाउस) को भी निशाना बनाया था। दो हमलावरों ने यहूदियों को बंधक बना लिया था। यहां उन्होंने रब्बी गैब्रिएल होल्ट्जबर्ग और उनकी गर्भवती पत्नी रिवकाह होल्ट्जबर्ग सहित छह लोगों की हत्या कर दी थी। इस घटना की इजरायल ने कड़ी निंदा की थी।
इस्राइली दूतावास की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 26/11 के मुंबई हमलों की 15वीं बरसी के मद्देनजर इस्राइल ने लश्कर-ए-तैयबा को आतंकी संगठन घोषित करने का फैसला किया है। इस बारे में भारत सरकार की तरफ से इस्राइल से कोई अपील नहीं की गई, इसके बावजूद देश की तरफ से खुद यह कदम उठाया गया है।
इस्राइली दूतावास ने कहा कि इसे लेकर सभी तरह के जरूरी दस्तावेजी कार्यवाही और सत्यापन पूरा कर लिया गया है और इसी के साथ अब लश्कर-ए-तैयबा इस्राइल की अवैध आतंकी संगठनों की सूची में शामिल हो गया है।
मुंबई हमले में गई थी इस्राइली नागरिकों की जान
गौरतलब है कि मुंबई में 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुम्बई को बम विस्फोटों और गोलीबारी से दहला दिया था। इस आतंकी हमले में 166 लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। यह हमला 29 नवंबर तक चला था। इसमें नौ आतंकवादी भी मारे गए थे और जिंदा पकड़े गए आतंकवादी कसाब को बाद में फांसी दी गई थी।
पाकिस्तानी आतंकियों ने यहूदियों के उपासना स्थल चबाड हाउस (नरीमन हाउस) को भी निशाना बनाया था। दो हमलावरों ने यहूदियों को बंधक बना लिया था। यहां उन्होंने रब्बी गैब्रिएल होल्ट्जबर्ग और उनकी गर्भवती पत्नी रिवकाह होल्ट्जबर्ग सहित छह लोगों की हत्या कर दी थी। इस घटना की इजरायल ने कड़ी निंदा की थी।
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