नई दिल्ली (JEE NEET Exam Preparation). 12वीं बोर्ड परीक्षा के साथ अन्य किसी परीक्षा की तैयारी करना आसान नहीं होता है (12th Board Exam). ज्यादातर स्टूडेंट्स 12वीं के बाद इंजीनियरिंग या मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए जेईई व नीट परीक्षा की तैयारी 12वीं या उससे पहले ही शुरू कर देते हैं.
कुछ स्टूडेंट्स पहले अटेंप्ट में फेल होकर तो कुछ अपनी मर्जी से 12वीं के बाद एक साल का गैप लेकर जेईई, नीट परीक्षा की तैयारी करते हैं. ज्यादातर स्टूडेंट्स के लिए यह फैसला काफी असमंजस भरा होता है, एक साल का गैप लेकर पढ़ाई करें या किसी कॉलेज में एडमिशन लेकर साथ में जेईई, नीट की तैयारी करते रहें. जानिए 12वीं के बाद 1 साल का गैप लेने के फायदे और नुकसान.
12वीं के बाद गैप क्यों लेना पड़ जाता है?
12वीं बोर्ड परीक्षा अपने आप में ही काफी बड़ी परीक्षा है. उसके साथ किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना आसान नहीं होता है (Competitive Exams after 12th). उसमें भी जेईई परीक्षा अक्सर प्री बोर्ड के आस-पास या बोर्ड परीक्षा से पहले शेड्यूल की जाती है, जिससे बच्चे परेशान हो जाते हैं. ऐसे में 1 साल का गैप उनके लिए फायदेमंद साबित हो जाता है.
1- एक साल का गैप लेने से स्टूडेंट्स अपनी तैयारी पर ज्यादा फोकस कर पाते हैं और बोर्ड परीक्षा भी बिना किसी स्ट्रेस के दे पाते हैं.
2- 12वीं बोर्ड परीक्षा के बाद 1 साल का गेप लेकर स्टूडेंट्स अपनी कमजोरियों को बेहतर तरीके से पहचान सकते हैं. साथ ही उन्हें दूर करने का वक्त भी मिल जाता है.
3- दो बड़ी परीक्षाओं के बीच 1 साल का गैप होने से मेंटल स्ट्रेस से बचा जा सकता है. साथ ही इस दौरान कॉलेज व कोर्स आदि की रिसर्च भी की जा सकती है.
4- 1 साल के गैप में कोचिंग के साथ ही किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में किसी कोर्स में एडमिशन भी ले सकते हैं. इससे आपका 1 साल सिर्फ तैयारी में नहीं बीतेगा.
12वीं के बाद गैप लेने पर क्या परेशानी हो सकती है?
12वीं बोर्ड परीक्षा देने के बाद बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स 1 साल का गैप लेते हैं. कुछ प्रतियोगी परीक्षा के पहले प्रयास में फेल हो जाने की वजह से एक साल का ब्रेक लेकर तैयारी करते हैं तो कुछ बोर्ड परीक्षा पर ध्यान देने के लिए उसके साथ जेईई, नीट परीक्षा की तैयारी करते ही नहीं है. समझिए 1 साल का गैप लेने के क्या नुकसान हो सकते हैं.
1- एक साल के गैप में कई स्टूडेंट्स का कॉन्फिडेंस कम हो जाता है. वह खुद को अन्य स्टूडेंट्स की तुलना में पीछे या कमतर समझने लग जाते हैं.
2- 12वीं बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद 1 साल का गैप लेने का मतलब है, नौकरी का 1 साल कम होना. इस चीज के लिए खुद को पहले से तैयार रखें.
3- जो स्टूडेंट्स किसी कॉलेज में एडमिशन न लेकर अपना पूरा समय सिर्फ कोचिंग या रिवीजन में व्यतीत करते हैं, उनके लिए यह टाइम पास करना काफी मुश्किल हो सकता है.
4- 1 साल के गैप में कई बार परिजनों, दोस्तों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों, शिक्षकों आदि के ताने सुनने पड़ सकते हैं. इनके लिए खुद को तैयार रखें.
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