कानपुर में कोतवाली थाने में तैनात दो सिपाही खुद को एडीसीपी ईस्ट की टीम का सदस्य बताकर हरबंशमोहाल थानाक्षेत्र स्थित एक होटल में मुखबिर के साथ वसूली करने के लिए पहुंच गए। उन्होंने होटल संचालक पर सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगाते हुए दबाव बनाया।
मामला बिगड़ा तो सिपाही वहां से भाग खड़े हुए। होटल संचालक ने स्टाफ के साथ मिलकर मुखबिर को दबोच लिया और पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। प्रकरण की जांच एडीसीपी वेस्ट लखन सिंह यादव को सौंपी गई है।
हरबंसमोहाल थानाक्षेत्र स्थित एक होटल में शनिवार दोपहर कैंट निवासी अतुल पांडेय कोतवाली में तैनात दो सिपाहियों अनुराग और प्रशांत को लेकर पहुंचा और देह व्यापार कराने का आरोप लगाकर वसूली का दबाव बनाया। जिसपर होटल संचालक द्वारा हरबंसमोहाल पुलिस को सूचना दी। इस बीच मौका पाकर दोनों सिपाही वहां से फरार हो गए। जबकि संचालक ने अतुल को पकड़ लिया। मौके पर पहुंची हरबंसमोहाल पुलिस अतुल को थाने ले आई और उसका शांतिभंग में चालान करते हुए उन्हें जेल भेज दिया। सिपाहियों ने खुद को एडीसीपी ईस्ट आकाश पटेल की टीम का सदस्य बताया था।
एडीसीपी आकाश पटेल ने इस मामले में जानकारी दी कि दोनों सिपाही उनकी टीम के सदस्य नहीं हैं। उनके साथ मौजूद तीसरे व्यक्ति अतुल ने पुलिस को सूचना दी थी कि होटल संचालक ने उससे बदसलूकी की है। इसपर पुलिस मौके पर गई तो मामला कुछ और ही निकला। होटल संचालक ने मामले में कोई तहरीर नहीं दी है। जिसके कारण आरोपित के खिलाफ शांति भंग में चालान किया गया।
ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि दोनों सिपाहियों ने एडीसीपी की टीम का सदस्य बताकर हरबंशमोहाल के एक होटल में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कार्य करने का प्रयास किया। यह गम्भीर घटना है। दोनों सिपाहियों को निलम्बित कर दिया गया है। इस मामले की जांच एडीसीपी वेस्ट लखन सिंह यादव को सौंपी गई है।
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