उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुए जघन्य हत्याकांड के एक हफ्ते पूरे होने वाले हैं. इस दौरान सरकार द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसके तहत एसडीएम, तहसीलदार, सीओ, एसएचओ और लेखपाल सहित 15 अधिकारियों को निलंबित करके उनके खिलाफ विभागीय जांच बिठा दी गई है.
देवेश दुबे ने अपने फेसबुक पर लिखा है, ''मैं देवेश दूबे, स्व. सत्यप्रकाश दूबे का वह अभागा पुत्र जो न तो अपने पिता को बचा पाया, ना मां को, ना ही अपने छोटे छोटे भाइयों बहनों को, मेरी आत्मा रो रही है कि आख़िर मैं अपने परिवारवालों को बचा क्यूं नहीं पाया. मेरा नन्हा भाई अनमोल दूबे अभी भी ज़िंदगी और मौत से जूझ रहा है. मुझे आप सभी के
आशीर्वाद और ताकत की जरूरत है. आप सब ही अब मेरे अभिभावक हैं. मेरे माता-पिता और भाई-बहनों को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए 8 अक्टूबर को दिन में 11 बजे देवरिया के सोंदा स्थित अक्षय वाटिका में जरूर आएं. आपकी मौजूदगी से मुझे अपने इंसाफ की लड़ाई में ताकत मिलेगी. देवेश दुबे''
देवेश को मिला बीजेपी विधायक का समर्थन
देवेश दुबे की फेसबुक पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने लिखा है, ''हम सभी आपके साथ हैं देवेश बाबू''. विदित है कि शलभमणि इस केस में सबसे ज्यादा मुखर रहे हैं. उनके विधानसभा का मामला न होते हुए भी उनकी सक्रियता देखते बन रही है. इस वारदात के तुरंत बाद ही उन्होंने कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कही थी. उन्होंने लिखा था, ''देवरिया की रूद्रपुर के फ़तेहपुर में हुई नृशंस घटना से हृदय व्यथित है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद है. इस प्रकार की घटना क़तई स्वीकार्य नहीं है. इसकी गहन जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. दो़षी कतई बख्शे नहीं जाएंगे. इस प्रकरण में राजस्व और पुलिस प्रशासन की भी जवाबदेही सुनिश्चित कराई जाएगी.''
अर्चना यादव ने कहा- इंसाफ का इंतजार है
इससे पहले इसी हत्याकांड में मारे गए दूसरे पक्ष के प्रेम चंद यादव की बेटी ने भी अपने पिता के ब्रह्मभोज में आने के लिए न्योता दिया है. राजस्व टीम द्वारा बेदखली का नोटिस चस्पा होने के बाद अपने वकील के साथ कोर्ट पहुंची अर्चना यादव ने कहा, ''हमारे घर के गेट पर नोटिस लगा दिया गया है. आज सुनवाई थी. हम लोग आज आए और तहसीलदार का इंतजार किया. हम लोग को पूरा भरोसा है कि वो रहेंगे, चेंज नहीं होंगे और इंसाफ करेंगे. वो हमारा घर नहीं गिरने देंगे. अधिकारियों से यही कहूंगी कि 17 तारीख को पापा का ब्रह्मभोज है. सभी नेता आएंगे, सभी अधिकारी भी आएं. कोर्ट में 9 तारीख फिर से पेश होना है. हमें इंसाफ का इंतजार है.''
9 अक्टूबर को तहसीलदार निरीक्षण करेंगे
7 अक्टूबर को हुई सुनवाई के बाद 9 अक्टूबर को तहसीलदार मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे. प्रेम चंद यादव पक्ष के वकील गोपीनाथ यादव ने बताया कि एक नोटिस जारी किया गया है, जिसमें वन विभाग की जमीन पर बाउंड्री वॉल और छप्पर से अतिक्रमण का जिक्र है, जबकि दो नोटिस साइलेंट हैं. अराजी संख्या 2726 में रकबा 20 एयर में 6 एयर पर मकान और बाउंडरी वाल दिखाया गया है, जो नवीन परती की भूमि है. अराजी संख्या 2725 अराजी रकबा 45 एयर इसमे 20 एयर पर पक्की मकान और बाउंडरी वाल दिखाया गया. यह भूमि खलिहान की है. अराजी संख्या 2742 रकबा 0.583 हेक्टेयर जमीन में 0.06 हेक्टेयर भूमि पर बाउंड्री वॉल और छप्पर दिखाया गया है, जो वन विभाग की भूमि है.
फाइनल रिपोर्ट लगाने की तैयारी में पुलिस
देवरिया हत्याकांड में जांच कर रही पुलिस अब फाइनल रिपोर्ट लगाने की तैयारी कर रही है. इस मामले में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम चंद यादव की हत्या के आरोप में दुबे परिवार के जिन चार लोगों पर केस दर्ज किया गया था, वो सभी इस नरसंहार में मारे जा चुके हैं. इस तरह आरोपियों में अब कोई भी जीवित नहीं बचा है. रुद्रपुर कोतवाली की पुलिस इस मामले की विवेचना कर रही है, लेकिन कोई भी अधिकारी अभी इस पर बोलने के लिए तैयार नहीं है. हालांकि, दबे जुबान ये बात कही जा रही है कि पुलिस इस केस की फाइनल रिपोर्ट लगा सकती है. एसएसपी की देखरेख में प्रभारी निरीक्षक रुद्रपुर कोतवाली इन दोनों मामले की विवेचना कर रहे हैं.
आरोपियों के मकान पर राजस्व टीम का नोटिस
प्रेम चंद यादव सहित 5 आरोपियों के मकान पर राजस्व टीम ने बेदखली का नोटिस चस्पा किया है. आरोप है कि इन लोगों ने सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कर कब्जा किया है. नोटिस चस्पा कर आरोपियों को 7 अक्टूबर तहसीलदार की कोर्ट संख्या-2 में खुद या अधिवक्ता के जरिए पेश होकर कारण बताओ नोटिस का जवाब देना था. जवाब न देने पर प्रशासन द्वारा एकपक्षीय आदेश जारी कर अतिक्रमण की गई जमीन या मकान के हिस्से को ढहाने की बात कही गई थी. मृतक सत्य प्रकाश ने भी तहसील, प्रशासन और पुलिस में शिकायत की थी कि प्रेमचंद ने सरकारी जमीन, खलिहान की जमीन, वन विभाग की जमीन और सरकारी स्कूल की जमीन पर कब्जा कर मकान बनवाया है.
आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग
मृतक सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश का कहना है कि यदि समय पर कार्रवाई हुई होती तो उनके मां-बाप और भाई-बहनों की हत्या नहीं होती. उनकी मांग है कि परिवार की संपत्ति वापस दिलाई जाए और आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया जाए. देवेश दुबे ने कहा, ''अधिकारी सस्पेंड हुए हैं तो हम क्या करें. हमारा परिवार तो चला गया. बकरे की तरह काट दिया गया. पहले अधिकारियों ने कुछ नहीं किया. उनके सस्पेंड होने से मां-बाप आ जाएंगे? नहीं आ पाएंगे. हम संतुष्ट नहीं हैं. मेरी प्रॉपर्टी है वापस दिलवाई जाए. इसके साथ ही आरोपी का घर गिराया जाए''. फिलहाल सत्य प्रकाश की बड़ी बेटी शोभिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने 20 आरोपियों को जेल भेज दिया है.
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