Uttar Pradesh Mission Shakti Campaign: महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों और घटनाओं को देखते हुए उनकी सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने शारदीय नवरात्रि में एक खास अभियान का आगाज किया है, जिसे मिशन शक्ति नाम दिया गया है।
खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके चौथे चरण की शुरुआत की। इस अभियान का मकसद महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों और घटनाओं पर लगाम लगाना है। इसके तहत पकड़े जाने वाले आरोपियों के खिलाफ कड़ी और सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि साल 2020 में इस अभियान की शुरुआत हुई, जिसके चौथे फेज की शुरुआत अब हुई है।
एंटी रोमियो स्कवाड के जरिए मनचलों पर रखी जा रही नजर
DGP मुख्यालय की ओर से अभियान की शुरुआत संबंधी सर्कुलर जारी किया गया है। DGP विजय कुमार ने सभी जोनल ADG एवं पुलिस कमिश्नरों को अभियान के तहत आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यह अभियान 15 दिन चलेगा। इस अभियान से ग्रामीण पंचायतों को जोड़ा गया है। वार्डों में चौपाल करके महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया जा रहा है। महिलाओं से अपील की गई है कि वे अभद्रता करने, पीछा करने, बाइक पर स्टंट करने वालों के खिलाफ तुरंत पुलिस को शिकायत दें। उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश में 3195 एंटी रोमियो स्कवाड भी मनचलों पर नजर रखने को बनाया गया है।
महिलाओं के अपराधियों को सजा दिलाने में UP अव्वल
महिला के खिलाफ होने वाले अपराधों में शामिल लोगों को सजा दिलाने में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। 19145 केसों में आरोपियों को सजा हुई। पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज 7320 केसों मे सजा मिली। अप्रैल 2023 से जुलाई2023 तक 10 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई। 696 केसों में उम्रकैद, 1738 केसों में 10 या उससे ज्यादा सालों की सजा और 4799 केसों में कम से कम 10 साल की सजा आरोपियों को सुनाई जा चुकी है। रेप के मामले में फतेहगढ़, सीतापुर, खीरी, कौशांबी और हमीरपुर में बढ़ोतरी हुई है। 81 फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होती है। किसी अपराध में सिर्फ एक महीने में पूरे देश में सबसे अधिक 202 मामलों में सजा सुनाने का पिछली बार रिकार्ड बनाया था।
अभियान में इन पॉइंट्स पर खास फोकस
फास्ट ट्रैक में सुनवाई
दुष्कर्म केसों में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करके दोषियों को सजा दिलाना
महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों की तस्वीरें पब्लिक करना
मनचलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना, उन्हें जेल भिजवाना
थानों में महिलाओं के लिए डेस्क, अलग से महिला थाना प्रभारी की नियुक्ति
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