JSW ग्रुप के प्रेसिडेंट सज्जन जिंदल और ऑटोमोबाइल कंपनी एमजी मोटर इंडिया (MG Motor India) के बीच चल रहा समझौता आखिरी दौर में पहुंच चुका है। जिंदल इस ऑटो कंपनी की 32 से 35% की हिस्सेदारी खरीद रहे हैं।
इस डील को कई चरणों में लागू किया जाएगा। जिंदल की एक प्राइवेट कंपनी शुरू में पहले चरण में MG मोटर इंडिया की 32-35% हिस्सेदारी रखेगी, जिसमें SAIC की 51% हिस्सेदारी होगी। एक भारतीय वित्तीय संस्थान के पास लगभग 8% इक्विटी होगी। वहीं, MG के भारतीय डीलरों और उसके स्थानीय कर्मचारियों के पास 6-7% हिस्सेदारी होगी। जेएसडब्ल्यू ग्रुप की लिस्टेड कंपनियां जेएसडब्ल्यू स्टील और जेएसडब्ल्यू एनर्जी इस वेंचर में शामिल नहीं होंगी।
एमजी मोटर इंडिया ऑफर फॉर सेल (OFS) के रूप में अपना IPO लॉन्च करेगी, जिसमें SAIC अपना स्टॉक बेचेगी, जिससे चीनी ओनरशिप लगभग 38-40 प्रतिशत तक कम हो जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि समय के साथ सज्जन जिंदल की स्वामित्व बढ़कर 49% और फिर 51% हो जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि 49% से कम चीनी ओनरशिप के साथ MG मोटर एक चीनी कंपनी नहीं रहेगी। बोर्ड और प्रबंधन में भी बहुमत भारतीय प्रतिनिधित्व होगा। कंपनी इस बेंचर के लिए एक नया CEO नियुक्त करेगी जिसकी एक नई ब्रांड पहचान भी होगी।
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डील में टॉप मैनेजमेंट का बड़ा हिस्सा
इस डील को लेकर एक सीनियर गवर्नमेंट अधिकार ने बताया कि अगले कुछ सालों में भारत की लिस्टिंग के साथ ये चीनी यूनिट की बजाय एक भारतीय यूनिट बन जाएगी। माना जा रहा है कि इस डील में कंपनी की टॉप मैनेजमेंट और बोर्ड में शामिल भारतीयों का बड़ा हिस्सा होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, ET ने 13 जून को रिपोर्ट की थी कि चीनी मोबाइल फोन मैन्युफैक्चर्स से भी अनुरोध किया गया है कि वे अपने भारतीय ऑपरेशंस में इंडियन इक्विटी पार्टनर और सीनियर मैनेजमेंट को भी शामिल करें।
कंपनी का मूल्यांकन करीब 12,300 करोड़ रुपए
सज्जन जिंदल और उनके बेटे पार्थ ने इस अलायंस के संबंध में SAIC लीडरशिप के साथ विचार-विमर्श करने के लिए बीते महीने चीन का दौरा किया था। कई महीनों से चल रही बातचीत में अब लगभग फाइनल मुकाम पर पुहंचने वाली है। दोनों पक्षों के बीच डील स्ट्रक्चर पर सहमति पहले ही बन चुकी थी। MG मोटर इंडिया का मूल्यांकन लगभग 1.2 से 1.5 बिलियन डॉलर (करीब 9,800 से 12,300 करोड़ रुपए) होने का अनुमान है।
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5000 करोड़ का निवेश करेगी SAIC
इस डील के साथ दोनों कंपनियों का इरादा एक नई ब्रांड पहचान बनाने का है। SAIC ने पहले ही भारत में लगभग 5,000 करोड़ रुपए का निवेश कर चुकी है। वो इतनी ही राशि का निवेश और करने को तैयार है। हालांकि, दोनों देशों के बॉर्डर पर चल रहे तनाव के चलते 2020 से प्रस्ताव में देरी हुई है। इसी की वजह से MG मोटर ने भारत में अपने ऑपरेशंस को बनाए रखने के लिए अपनी पैरेंट कंपनी से एक्सटर्नल कमर्शियल पर भरोसा किया है।
हर साल MG मोटर को मिल रही ग्रोथ
MG मोटर भारतीय बाजार में एस्टर, हेक्टर और ग्लॉस्टर जैसी लग्जरी कार बेच रही है। इसके साथ वो कॉमेट और ZS जैसे इलेक्ट्रिक मॉडल भी सेल करती है। इसकी कारों की डिमांड भारतीय बाजार में लगातार बढ़ रही है, लेकिन ये डिमांड बेहद सुस्त है। कंपनी की सालाना सेल्स 50 हजार यूनिट के करीब है। फाइनेंशियल ईयर 2023 में 48,866 यूनिट्स की बिक्री हुई। ये फाइनेंशियल ईयर 2022 से 21% है। MG मोटर के पास इस समय देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार कॉमेट EV भी है। जिसकी शुरुआती कीमत 7.98 लाख रुपए है।
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