लखनऊ.साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किमी लंबे ट्रैक पर दौड़ रही नमो ट्रेन के सेकंड फेज का काम भी युद्धस्तर पर जारी है। अब अगले 6 महीने में नमो भारत को दुहाई से मेरठ साउथ तक चलाने की तैयारियां की जा रही हैं।
यह यह रेलवे ट्रैक 21 किमी लंबा है, जिसमें से 11 किमी का काम पूरा हो चुका है। यह मोदी सरकार का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है।
नमो भारत ट्रेन से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें
1. नमो भारत के फेज-2 के तहत मेरठ साउथ तक ट्रैक बिछाने के साथ ओएचई लाइन बनाने का काम युद्धस्तर पर जारी है। उम्मीद है कि अप्रैल, 2024 तक साहिबाबाद से मेरठ साउथ स्टेशन तक नमो भारत चलने लगेगी।
2. RRTCL रेल कॉरिडोर पर साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किमी लंबे रेल मार्ग पर पिछले दिनों नमो भारत का संचालन शुरू कर दिया गया है।
3. अब नमो भारत फेज-2 के तहत दुहाई से मेरठ साउथ तक 21 किमी लंबे ट्रैक का 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। NCRTC के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स के अनुसार, चार स्टेशनों पर फिनिशिंग काम चल रहा है।
4. नमो भारत सेकंड फेज के तहत मुरादनगर और मोदीनगर साउथ स्टेशनों पर ट्रैक बिछाने की काम अपने अंतिम चरण में है।
5.नमो भारत अपने सेकंड फेज में चार स्टेशनों-मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ और मेरठ साउथ को कवर करेगी।
6. दुहाई से मोदीनगर साउथ तक करीब 21 किमी लंबा कॉरिडोर होगा। इसमें से 11 किमी ट्रैक तैयार हो चुका है।
7.भारत की पहली रीजनल रैपिड ट्रांजट सिस्टम यानी 'नमो भारत' ट्रेन में सिक्योरिटी के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नमो भारत की सिक्योरिटी की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल(UPSSF) को सौंपी गई है। UPSSF मेरठ में एयरपोर्ट और मेट्रो की सिक्योरिटी भी देखेगी।
8. फिलहाल नमो भारत की सिक्योरिटी के लिए 265 महिला और पुरुष जवान तैनात किए जा रहे हैं। बता दें कि ट्रेन को 20 अक्टूबर को PM मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी।
9. यह भारत की पहली सेमी-हाई-स्पीड रीजनल रेल सर्विस है। यह तेज गति और लेटेस्ट टेक्निक के साथ क्षेत्रीय यात्रा को नए सिरे से बेहतर बनाने की पहल है। यह रेलवे में एक नई क्रांति है।
10. अभी नमो भारत साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच प्राथमिकता वाले पहले खंड में चलाई जा रही है। इस ट्रैक पर फिलहाल साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो जैसे 5 स्टेशन हैं।
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