पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के घर सरायबहलीम स्थित आवास पर शनिवार सुबह से ही रिश्तेदारों और मिलने वालों का तांता लगा रहा। लोगों से मिलकर याकूब कुरैशी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि बुरा वक्त था लेकिन आप सभी की दुआओं से यह गुजर गया।
31 मार्च 2022 को हापुड़ रोड स्थित अलीपुर में याकूब कुरैशी की मीट फैक्टरी में पुलिस ने छापा मारकर अवैध तरीके से मीट पैकिंग करते हुए 10 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। फैक्टरी से करीब पांच करोड़ रुपये कीमत का मीट बरामद किया था। याकूब, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटा इमरान, फिरोज, मैनेजर मोहित त्यागी सहित सात आरोपी फरार हो गए थे।
11 नवंबर को पुलिस ने याकूब और उनके परिवार पर खरखौदा थाने में गैंगस्टर का मुकदमा पंजीकृत किया था। इसके बाद नवंबर 2022 में फिरोज ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। छह जनवरी 2023 को याकूब और इमरान को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर किया था।
याकूब को सोनभद्र, इमरान को बलरामपुर और फिरोज को सिद्धार्थनगर जेल में भेजा गया था। हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद देर रात याकूब कुरैशी मेरठ पहुंचे थे।
शनिवार सुबह से ही उनसे मिलने लोगों और रिश्तेदारों का तांता लगा रहा। उनसे मिलने दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना कासिम नोमानी और वक्फ दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना सूफियान सहित भी पहुंचे।
दोपहर के बाद बिगड़ी तबीयत
बड़े बेटे इमरान याकूब ने बताया कि दोपहर बाद पिता की तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें डाॅक्टर देखने घर आए थे। उन्हे इंसुलिन दी है। फिलहाल तबीयत ठीक है।
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