रक्षा मंत्रालय के कर्मचारी मनीष द्वारा हांसी के साइबर थाना प्रभारी विजय तंवर के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने के मामले में नया मोड़ आया है। अब साइबर थाना प्रभारी विजय तंवर ने भी मनीष के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करवा दिया है।
विजय तंवर का कहना है कि मनीष के खिलाफ बास थाना में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज है। जिसे हांसी पुलिस द्वारा आज तक गिरफ्तार नहीं किया गया।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत में साइबर थाना प्रभारी विजय तंवर ने बताया कि 8 सितंबर को सीएम ड्यूटी करने के बाद करीब सायं साढ़े तीन बजे जब वह बस स्टैंड के समीप लॉज में अपने आवास में पहुंचा तो वह वर्दी में थे। वहां एक कमरे में कुछ व्यक्ति बैठे हुए थे। उन लोगों ने उन्हें आवाज लगाई और आपस में उनके बारे में जातिसूचक शब्द कहने लगे। जब उन्होंने देखा तो वो चार व्यक्ति थे । जिनमे से दो को वह पहचानते हैं।जिनमें से एक का नाम भिवानी के ढाणा रिवासा निवासी मनीष व गुरुग्राम निवासी सत्यव्रत था। उन्होंने जाति सूचक शब्द व गालियां निकाली और कहा कि। ये भी कहा कि अब देख तुझे हम कैसे घसीटते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। सरकारी कर्मचारी होने के नाते उन्होंने उनके साथ किसी प्रकार की अभद्रता या गाली गलौज की भाषा का प्रयोग नहीं किया और चुपचाप अपने कमरे मे चला गया।परंतु वह तब से ही मानसिक रूप से प्रताड़ित एवं बेइज्जती महसूस कर रहा हूं। आश्चर्य की बात यह है कि मनीष के खिलाफ थाना बास में मामला दर्ज है। उसके बावजुद भी हांसी पुलिस के द्वारा आज तक भी उसको गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस ने विजय तंवर की शिकायत पर मनीष, उसके मामा व दो अन्य के खिलाफ एससी एसटी एक्ट, जान से मारने की धमकी देने व विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया है।
रक्षा मंत्रालय के कर्मचारी मनीष द्वारा हांसी के साइबर थाना प्रभारी विजय तंवर के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने के मामले में नया मोड़ आया है। अब साइबर थाना प्रभारी विजय तंवर ने भी मनीष के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करवा दिया है।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत में साइबर थाना प्रभारी विजय तंवर ने बताया कि 8 सितंबर को सीएम ड्यूटी करने के बाद करीब सायं साढ़े तीन बजे जब वह बस स्टैंड के समीप लॉज में अपने आवास में पहुंचा तो वह वर्दी में थे। वहां एक कमरे में कुछ व्यक्ति बैठे हुए थे। उन लोगों ने उन्हें आवाज लगाई और आपस में उनके बारे में जातिसूचक शब्द कहने लगे। जब उन्होंने देखा तो वो चार व्यक्ति थे । जिनमे से दो को वह पहचानते हैं।जिनमें से एक का नाम भिवानी के ढाणा रिवासा निवासी मनीष व गुरुग्राम निवासी सत्यव्रत था। उन्होंने जाति सूचक शब्द व गालियां निकाली और कहा कि। ये भी कहा कि अब देख तुझे हम कैसे घसीटते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। सरकारी कर्मचारी होने के नाते उन्होंने उनके साथ किसी प्रकार की अभद्रता या गाली गलौज की भाषा का प्रयोग नहीं किया और चुपचाप अपने कमरे मे चला गया।परंतु वह तब से ही मानसिक रूप से प्रताड़ित एवं बेइज्जती महसूस कर रहा हूं। आश्चर्य की बात यह है कि मनीष के खिलाफ थाना बास में मामला दर्ज है। उसके बावजुद भी हांसी पुलिस के द्वारा आज तक भी उसको गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस ने विजय तंवर की शिकायत पर मनीष, उसके मामा व दो अन्य के खिलाफ एससी एसटी एक्ट, जान से मारने की धमकी देने व विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करवाया है।
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