बॉलीवुड फिल्मों के डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने अपने करियर में कई हिट प्रोजेक्ट्स दिए हैं। उनकी कई फिल्मों एवं वेब सीरीज को दर्शकों द्वारा पसंद किया गया है। मगर अब अनुराग ने अपने काम को लेकर कुछ लोगों के पक्ष के बारे में बताया है।
कैसे उनके अलग विषय पर फिल्म बनाने से उनपर ही सवाल उठते थे। उन्होंने कहा कि कैसे उनके काम के कारण उनके किरदार पर भी सवाल उठते थे। अनुराग ने कहा कि लोग मेरे प्रोजेक्टस को पोर्न की भांति देखते थे। वे अपने घरवालों से छिपकर देखते हैं। अनुराग ने द गर्ल इन द येलो बूट्स को लेकर चर्चा की जब फिल्म रिलीज हुई थी।
दरअसल, हाल ही में अनुराग साइरस बरोचा के पॉडकास्ट में पहुंचे तथा इसके चलते साइरस ने कहा कि अनुराग आपकी कई फिल्में सिल्वर स्क्रीन तक नहीं आ पाईं, मगर पाइरेटेड वेबसाइट पर रिलीज हुईं। इस पर अनुराग बोलते हैं, ये मेरी जिंदगी की स्टोरी है। अनुराग ने माना कि जो उन्हें फिल्मों से कमाना होता है उसका वह आधा ही कमा पाते हैं क्योंकि उनकी फिल्में पाइरेसी वेबसाइट्स पर रिलीज होतीं।
अनुराग ने कहा, 'लोग मेरे पास आते तथा मुझे बोलते आपकी फिल्म देखी तथा मैं बोलता था कि मगर कहां देखी। मुझे ऐसा लगता था कि मैं पॉर्न हूं क्योंकि लोग मेरी फिल्में छिपकर देखते हैं। उस समय क्रिटिक्स बोलते थे कि ये किस प्रकार का आदमी है।' आगे अनुराग ने कहा कि वह सरकार को लेकर अपनी राय हमेशा देते रहते थे। इस कारण उन्हें लगता है कि वह कभी राष्ट्रिय पुरस्कार नहीं जीत सकते। उन्होंने कहा, मैं कभी राष्ट्रिय पुरस्कार नहीं जीत सकता क्योंकि मैं हर सरकार से लड़ा हूं। मैं आगे भी लड़ता रहूंगा क्योंकि मैं लड़ना सीखा हूं।
बॉलीवुड फिल्मों के डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने अपने करियर में कई हिट प्रोजेक्ट्स दिए हैं। उनकी कई फिल्मों एवं वेब सीरीज को दर्शकों द्वारा पसंद किया गया है। मगर अब अनुराग ने अपने काम को लेकर कुछ लोगों के पक्ष के बारे में बताया है।
दरअसल, हाल ही में अनुराग साइरस बरोचा के पॉडकास्ट में पहुंचे तथा इसके चलते साइरस ने कहा कि अनुराग आपकी कई फिल्में सिल्वर स्क्रीन तक नहीं आ पाईं, मगर पाइरेटेड वेबसाइट पर रिलीज हुईं। इस पर अनुराग बोलते हैं, ये मेरी जिंदगी की स्टोरी है। अनुराग ने माना कि जो उन्हें फिल्मों से कमाना होता है उसका वह आधा ही कमा पाते हैं क्योंकि उनकी फिल्में पाइरेसी वेबसाइट्स पर रिलीज होतीं।
अनुराग ने कहा, 'लोग मेरे पास आते तथा मुझे बोलते आपकी फिल्म देखी तथा मैं बोलता था कि मगर कहां देखी। मुझे ऐसा लगता था कि मैं पॉर्न हूं क्योंकि लोग मेरी फिल्में छिपकर देखते हैं। उस समय क्रिटिक्स बोलते थे कि ये किस प्रकार का आदमी है।' आगे अनुराग ने कहा कि वह सरकार को लेकर अपनी राय हमेशा देते रहते थे। इस कारण उन्हें लगता है कि वह कभी राष्ट्रिय पुरस्कार नहीं जीत सकते। उन्होंने कहा, मैं कभी राष्ट्रिय पुरस्कार नहीं जीत सकता क्योंकि मैं हर सरकार से लड़ा हूं। मैं आगे भी लड़ता रहूंगा क्योंकि मैं लड़ना सीखा हूं।
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