मेरठ में मानवीयता, संवेदनाओं को तार-तार करने वाला वीडियो सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग मां अपने जवान बेटे की लाश को ठेले पर रखकर भटकती रही। जिगर के टुकड़े के अंतिम संस्कार के लिए मां घूमती रही लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। बाद में चौकी इंचार्ज ने चंदा कर रुपए जमा किए और लाश का अंतिम संस्कार कराया।मेरठ के मेडिकल थाना क्षेत्र में तेजगढ़ी चौराहा सबसे व्यस्त चौराहा है। रोजाना एक लाख से ज्यादा वाहन इस चौराहे से होकर गुजरते हैं। मंगलवार को चौराहे पर एक मां अपने बेटे की लाश ठेले पर रखकर घूमती रही। मां लोगों से गुहार लगाती रही कि बेटे का अंतिम संस्कार कराना है। अर्थी के भी पैसे नहीं हैं। लेकिन स्वार्थी दुनिया में कोई हाथ मदद को आगे नहीं बढ़ा
दरअसल तेजगढ़ी चौराहे के निकट मंगलवार को शराब की दुकान से कुछ दूरी पर एक युवक का शव पड़ा था। घंटों तक लोग वहां से गुजरते रहे, किसी ने उस तरफ ध्यान नहीं दिया। दोपहर करीब तीन बजे मृतक की मां और छोटा भाई युवक को तलाश करते हुए वहां पहुंचे। बेटे का शव देखकर उसकी मां बिलख पड़ी। जिस पर लोगों की भीड़ जमा हो गई लेकिन, किसी ने मदद का प्रयास नहीं किया। माना जा रहा है कि युवक की ओवर ड्रिंकिंग की वजह से मौत हुई है।
ठेला लेकर आया छोटा भाई
मृतक का छोटा भाई कहीं से ठेला लेकर आया और भाई के शव को उस पर रखकर चल दिया। मां और भाई युवक का अंतिम संस्कार कराने के लिए लोगों के आगे गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। जिसके बाद महिला तेजगढ़ी पुलिस चौकी पहुंची और चौकी इंचार्ज अमित मलिक से मदद की गुहार लगाई। चौकी इंचार्ज की पहल पर लोगों ने अंतिम संस्कार के लिए पैसे इकट्ठा किए। जिसके बाद युवक के शव अंतिम संस्कार किया गया।
इटावा से मेरठ आकर रह रहा था युवक
बाद में चौकी इंचार्ज ने जब मृतक के बारे में पूछा तो भाई ने बताया कि ये राजू भइया है। राजू उसका बड़ा भाई है। परिवार मूल रूप से इटावा का रहने वाला है। लेकिन धंधेपानी के चक्कर में यहां काफी समय से मेरठ आ गए हैं। यहीं मजदूरी करके परिवार अपना घर चलाता है। अंतिम संस्कार के बाद बचे पैसे परिजनों को दे दिए।
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