MBBS New Guidelines by NMC: एमबीबीएस की पढ़ाई करने जा रहे छात्रों के लिए अहम सूचना है. नेशनल मेडिकल कमीशन ने एमबीबीएस के करिकुलम में कई अहम बदलाव किए हैं. ये बदलाव 2024 से 2029 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए लागू किए जाएंगे.
इनमें प्रमुख बदलाव ये है कि कोर्स के दौरान पढ़ाए जाने वाले विषयों को 24 से 21 कर दिया गया है.
इसके तहत टीबी, चेस्ट और एमरजेन्सी मेडिसिन अब अलग से सब्जेक्टस नहीं रहेंगें, बल्कि इन्हें जनरल मेडिसिन के करिकुलम में शामिल किया जाएगा. इसी तरह पीएमआर विषय को ऑर्थोपेडिक्स के साथ मर्ज किया जाएगा. विषयों में बदलाव के अलावा डिग्री पूरी करने की टाइमलाइन भी तय की गई है.
इतने साल में करना होगा कोर्स
नए करिकुलम के अनुसार अब उम्मीदवारों को अधिकतम 4 साल के अंदर पहले वर्ष की पढ़ाई पूरी करनी होगी. वहीं पूरा कोर्स अधिकतम 10 साल के अंदर पूरा करना होगा. इससे अधिक समय लगने पर डिग्री भी रद्द की जा सकती है. इसके अलावा एनएमसी ने मेडिकल कॉलेजों के विस्तार और सीटों की संख्या की भी लिमिट तय कर दी है. नए नियमों के अनुसार नए मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस की अधिकतम 150 सीट ही ऑफर कर सकेंगे, जिससे क्वांटिटी से ज्यादा क्वालिटी पर फोकस किया जा सके.
MBBS New Guidelines by NMC: एमबीबीएस की पढ़ाई करने जा रहे छात्रों के लिए अहम सूचना है. नेशनल मेडिकल कमीशन ने एमबीबीएस के करिकुलम में कई अहम बदलाव किए हैं. ये बदलाव 2024 से 2029 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए लागू किए जाएंगे.
इसके तहत टीबी, चेस्ट और एमरजेन्सी मेडिसिन अब अलग से सब्जेक्टस नहीं रहेंगें, बल्कि इन्हें जनरल मेडिसिन के करिकुलम में शामिल किया जाएगा. इसी तरह पीएमआर विषय को ऑर्थोपेडिक्स के साथ मर्ज किया जाएगा. विषयों में बदलाव के अलावा डिग्री पूरी करने की टाइमलाइन भी तय की गई है.
इतने साल में करना होगा कोर्स
नए करिकुलम के अनुसार अब उम्मीदवारों को अधिकतम 4 साल के अंदर पहले वर्ष की पढ़ाई पूरी करनी होगी. वहीं पूरा कोर्स अधिकतम 10 साल के अंदर पूरा करना होगा. इससे अधिक समय लगने पर डिग्री भी रद्द की जा सकती है. इसके अलावा एनएमसी ने मेडिकल कॉलेजों के विस्तार और सीटों की संख्या की भी लिमिट तय कर दी है. नए नियमों के अनुसार नए मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस की अधिकतम 150 सीट ही ऑफर कर सकेंगे, जिससे क्वांटिटी से ज्यादा क्वालिटी पर फोकस किया जा सके.
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