प्यार न तो उम्र देखता है, ना मजहब देखता है और ना ही किसी देश की सीमा देखता है. प्यार सभी सीमाओं को पार कर अपने प्यार को पाने का प्रयास करता है और प्यार में अपने मुकाम को हासिल करने की कोशिश करता है.
ऐसा ही एक मामला अनूपगढ़ जिले की रावला मंडी के गांव 13 डी ओ एल में सामने आया है. बांग्लादेश की एक लड़की हबीबा उर्फ हनी की गांव 13 डीओएल के लड़के रोशन से सोशल मीडिया पर दोस्ती हो गई और दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई.
उमै हबीबा अपने प्यार को पाने के लिए बांग्लादेश से रावला मंडी के गांव 13 डीओएल पहुंच गई. 2 दिन रोशन के घर पर रहने के बाद किसी व्यक्ति ने इसकी सूचना रावला पुलिस थाने में दे दी. सूचना मिलने पर पुलिस ने उमै हबीबा और रोशन को थाने में बुलाकर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है. रोशन और उमै हबीबा का प्यार पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि हबीबा बांग्लादेश से कोलकाता दिल्ली होते हुए बीकानेर पहुंची थी. रोशन की मां ने बताया कि रोशन का विवाह लगभग 2 वर्ष पूर्व हुआ था और रोशन के 7 महीने का एक बेटा भी है.
रोशन की मां और बहन ने बताया कि हबीबा वापस बांग्लादेश नहीं जाना चाहती है उसके पास टूरिस्ट वीजा है और वह भारत में ही रहना चाहती है. हबीबा ने रोशन के परिजनों को बताया था कि बांग्लादेश में घर से आ जाने के कारण उसकी काफी बदनामी हो गई है इसलिए वह वापस अपने देश नहीं जाना चाहती. रोशन की बहनों और उसकी मां ने मीडिया और प्रशासन से अपील की है कि वह हबीबा को यहां नहीं रखना चाहते हैं इसलिए प्रशासन और सरकार उसे वापस बांग्लादेश भेजें.
प्यार न तो उम्र देखता है, ना मजहब देखता है और ना ही किसी देश की सीमा देखता है. प्यार सभी सीमाओं को पार कर अपने प्यार को पाने का प्रयास करता है और प्यार में अपने मुकाम को हासिल करने की कोशिश करता है.
ऐसा ही एक मामला अनूपगढ़ जिले की रावला मंडी के गांव 13 डी ओ एल में सामने आया है. बांग्लादेश की एक लड़की हबीबा उर्फ हनी की गांव 13 डीओएल के लड़के रोशन से सोशल मीडिया पर दोस्ती हो गई और दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई.
उमै हबीबा अपने प्यार को पाने के लिए बांग्लादेश से रावला मंडी के गांव 13 डीओएल पहुंच गई. 2 दिन रोशन के घर पर रहने के बाद किसी व्यक्ति ने इसकी सूचना रावला पुलिस थाने में दे दी. सूचना मिलने पर पुलिस ने उमै हबीबा और रोशन को थाने में बुलाकर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है. रोशन और उमै हबीबा का प्यार पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि हबीबा बांग्लादेश से कोलकाता दिल्ली होते हुए बीकानेर पहुंची थी. रोशन की मां ने बताया कि रोशन का विवाह लगभग 2 वर्ष पूर्व हुआ था और रोशन के 7 महीने का एक बेटा भी है.
रोशन की मां और बहन ने बताया कि हबीबा वापस बांग्लादेश नहीं जाना चाहती है उसके पास टूरिस्ट वीजा है और वह भारत में ही रहना चाहती है. हबीबा ने रोशन के परिजनों को बताया था कि बांग्लादेश में घर से आ जाने के कारण उसकी काफी बदनामी हो गई है इसलिए वह वापस अपने देश नहीं जाना चाहती. रोशन की बहनों और उसकी मां ने मीडिया और प्रशासन से अपील की है कि वह हबीबा को यहां नहीं रखना चाहते हैं इसलिए प्रशासन और सरकार उसे वापस बांग्लादेश भेजें.
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