प्रमुख घरेलू शेयर बाजार बीएसई ने 10 शेयरों के सर्किट फिल्टर में बदलाव किया है. इन शेयरों की नई सर्किट लिमिट आज से प्रभावी हो गई है. इनमें कई चर्चित शेयर शामिल हैं.
शेयर बाजार किसी स्टॉक की उथल-पुथल को नियंत्रित करने के लिए सर्किट फिल्टर लगाते हैं.
यह एक लिमिट है, जिससे ज्यादा की गिरावट या तेजी उस शेयर में किसी एक दिन नहीं आ सकती है.
उदाहरण के लिए- अगर किसी स्टॉक की सर्किट लिमिट 10 फीसदी है, तो उस शेयर में एक दिन के दौरान अधिकतम 10 फीसदी की ही तेजी या गिरावट आ सकती है.
प्रभावित शेयरों में सबसे प्रमुख नाम है रिलायंस इंडस्ट्रीज के नए शेयर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का. इसकी सर्किट लिमिट को 5 फीसदी से बढ़ाकर अब 20 फीसदी कर दिया गया है.
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज अगले सप्ताह से ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट से भी बाहर हो जाएगा. इसे सेंसेक्स समेत बीएसई के सभी इंडिसेज से 1सितंबर से हटाया जा चुका है.
इसी तरह श्री वेंकटेश रिफाइनरीज, रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, इंडिया पेस्टिसाइड्स, एसआरजी सिक्योरिटीज फाइनेंस, सुपर फाइन निटर्स और डॉल्फिन ऑफशोर एंटरप्राइजेज (इंडिया) के लिए लिमिट को अब 10-10 फीसदी कर दिया गया है.
वहीं ऋषभ दीघा स्टील एंड एलाइड प्रोडक्ट्स, वर्टेक्स सिक्योरिटीज और रत्तनइंडिया पावर के लिए नई लिमिट 5-5 फीसदी हो गई है.
अगर कोई शेयर ज्यादा वोलेटाइल होता है तो उसकी लिमिट घटा दी जाती है, ताकि निवेशकों को झटके में कंगाल होने से बचाया जा सके.
प्रमुख घरेलू शेयर बाजार बीएसई ने 10 शेयरों के सर्किट फिल्टर में बदलाव किया है. इन शेयरों की नई सर्किट लिमिट आज से प्रभावी हो गई है. इनमें कई चर्चित शेयर शामिल हैं.
शेयर बाजार किसी स्टॉक की उथल-पुथल को नियंत्रित करने के लिए सर्किट फिल्टर लगाते हैं.
यह एक लिमिट है, जिससे ज्यादा की गिरावट या तेजी उस शेयर में किसी एक दिन नहीं आ सकती है.
उदाहरण के लिए- अगर किसी स्टॉक की सर्किट लिमिट 10 फीसदी है, तो उस शेयर में एक दिन के दौरान अधिकतम 10 फीसदी की ही तेजी या गिरावट आ सकती है.
प्रभावित शेयरों में सबसे प्रमुख नाम है रिलायंस इंडस्ट्रीज के नए शेयर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का. इसकी सर्किट लिमिट को 5 फीसदी से बढ़ाकर अब 20 फीसदी कर दिया गया है.
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज अगले सप्ताह से ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट से भी बाहर हो जाएगा. इसे सेंसेक्स समेत बीएसई के सभी इंडिसेज से 1सितंबर से हटाया जा चुका है.
इसी तरह श्री वेंकटेश रिफाइनरीज, रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, इंडिया पेस्टिसाइड्स, एसआरजी सिक्योरिटीज फाइनेंस, सुपर फाइन निटर्स और डॉल्फिन ऑफशोर एंटरप्राइजेज (इंडिया) के लिए लिमिट को अब 10-10 फीसदी कर दिया गया है.
वहीं ऋषभ दीघा स्टील एंड एलाइड प्रोडक्ट्स, वर्टेक्स सिक्योरिटीज और रत्तनइंडिया पावर के लिए नई लिमिट 5-5 फीसदी हो गई है.
अगर कोई शेयर ज्यादा वोलेटाइल होता है तो उसकी लिमिट घटा दी जाती है, ताकि निवेशकों को झटके में कंगाल होने से बचाया जा सके.
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