जेल में कैद हैं क्षमता से अधिक कैदी
वर्तमान में इस जेल की क्षमता 1300 और 3000 के बीच बताई जाती है. इसके बाद बावजूद इस जेल में 8,000 से अधिक कैदी अंदर फंसे हुए हैं. जगह की कमी के कारण कैदियों के पास अक्सर खड़े रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है. कहा जाता है कि आज भी इस जेल के अंदर से मल और सड़ते मांस की दुर्गंध मीलों दूर तक सूंघी जा सकती है.
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि खराब हालात के कारण गीतारामा जेल में एक दिन में कई कैदियों की मौत हो सकती है. बताया गया है कि वहां कोई सीवर सिस्टम नहीं है, जिसका मतलब है कि कैदियों को अपने मल में होकर नंगे पैर चलना होगा. कैदियों को कोई मेडिकल सुविधा भी नहीं मिलती है, जिसके चलते बीमारियां हर दिन उनकी जान ले लेती हैं.
ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशंस ने दशकों से जेल के अंदर की खराब हालातों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है, लेकिन स्थितियों में सुधार करने में सफल नहीं हो सके हैं. स्विट्जरलैंड स्थित इंटरनेशनल ब्रिजेज टू जस्टिस (Bridges to Justice) एक ऐसा संगठन है, जिसने जेल के अंदर बंदियों के साथ होने वाले बर्बर व्यवहार को खत्म करने के लिए अभियान चलाया. फिर भी जेल के अंदर हालात बद से बदतर हैं.
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