सनातन धर्म के मुद्दे पर तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई ने सोमवार (11 सितंबर) को विरोध प्रदर्शन किया लेकिन साथ ही कहा कि अगर कोई संत किसी के सिर की कीमत लगाता है तो वह फर्जी संत है और सनातन का पालन नहीं कर रहा है.
अन्नामलाई से अयोध्या के संत परमहंस आचार्य की ओर से उदयनिधि स्टालिन को लेकर की गई कथित घोषणा पर सवाल किया गया था. पिछले दिनों परमहंस आचार्य ने कथित तौर पर उदयनिधि स्टालिन का सिर कलम करने के लिए 10 करोड़ रुपये के ईनाम की घोषणा की थी.
अन्नामलाई ने संत की निंदा की और पूछा कि उन्हें बाहर से धन कौन दे रहा है? वहीं, अन्नामलाई के बयान की क्लिप शेयर करते हुए कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने तंज कसते हुए कहा कि तो फिर आपकी 'बुलडोजर सरकार' संत को गिरफ्तार क्यों नहीं करती है?
'कुछ लोग रातोंरात प्रसिद्धि चाहते हैं'
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, अन्नामलाई ने उदयनिधि स्टालिन का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग एक धर्म को नीचा दिखाकर नायक बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ''कुछ लोग रातोंरात प्रसिद्धि चाहते हैं. उन्होंने खुद कुछ नहीं किया, वे दिखाई दे रहे हैं क्योंकि एक राजवंश से हैं. उन्हें लगता है कि वे जो चाहें कह सकते हैं. अब हम मानते हैं कि देश का कानून और देश की जनता ही आखिरी न्यायाधीश है. वह इस कृत्य को बिना दण्डित किए नहीं जाने देगी.''
उदयनिधि स्टालिन बीजेपी की ग्रोथ का अहम कारण- के अन्नामलाई
अन्नामलाई ने डीएमके पर तंज कसते हुए कहा कि उसकी (डीएमके) ओर से सनातन धर्म पर पैदा किए गए विवाद से बीजेपी को फायदा होगा. उन्होंने कहा, ''पूर्व सीएम करुणानिधि के नेतृत्व में ऐसा नहीं हुआ. तमिलनाडु में अब एक फॉल्ट लाइन बन गई है. जहां तक राजनीति का सवाल है, जब भी एक फॉल्ट लाइन है, एक नई पार्टी के लिए अवसर है. डीएमके ने तमिलनाडु में हमारे लिए दरवाजा खोल दिया है. विचारधारा के संदर्भ में, उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु में बीजेपी की ग्रोथ का सबसे अहम कारण हैं.''
वहीं, उदयनिधि स्टालिन अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी और कहा था कि इसका उन्मूलन (जड़ से खत्म करना) किया जाना चाहिए.
एक टिप्पणी भेजें