यूक्रेन इन दिनों जंग से घिरा हुआ है। डेढ़ साल होने आए, लेकिन जंग नहीं थमी। इसी बीच एक अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था के अनुसार यूक्रेन में साल 2022 में क्लस्टर बम से किए गए हमलों में 300 से ज्यादा लोग मारे गए और 600 से अधिक लोग घायल हुए।
रिपोर्ट में कहा गया कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस द्वारा बड़े पैमाने पर क्लस्टर बमों का इस्तेमाल किया गया। वहीं दूसरी ओर यूक्रेन ने सीमित स्तर पर ही क्लस्टर बम का इस्तेमाल किया। वैसे रिपोर्ट के अनुसार 2022 वैश्विक स्तर पर इन हथियारों से जनहानि के मामले में अब तक का सबसे घातक साल रहा। 'क्लस्टर म्यूनिशन कोअलिशन' की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में अकेले सीरिया में क्लस्टर बम या उनके अवशेषों की चपेट में आने से कुल 15 लोगों की जान गई और 75 अन्य घायल हुए।
जानिए क्लस्टर बम क्यों होते हैं खतरनाक?
क्लस्टर बम हवा में खुलते हैं और बड़े पैमाने पर छोटे बम और हथियार गिराते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान होता है। यूक्रेन के महा अभियोजक कार्यालय के अनुसार, देश में क्लस्टर बम से सबसे घातक हमला क्रामातोरस्क शहर के एक रेलवे स्टेशन पर हुआ था। इस हमले में 53 लोग मारे गए थे और 135 लोग घायल हुए थे। सीरिया और मध्य-पूर्व एशिया के अन्य युद्ध प्रभावित देशों में लड़ाई धीमी पड़ी है, लेकिन विस्फोटकों के अवशेष हर साल दर्जनों लोगों की जान ले रहे हैं या उन्हें अपंग बना रहे हैं। अमेरिका ने इस साल जुलाई में घोषणा की थी कि वह रूस के खिलाफ इस्तेमाल के लिए यूक्रेन को क्लस्टर हथियारों की आपूर्ति करेगा। अमेरिकी घोषणा के बाद ऐसे हथियारों से होने वाले खतरों को लेकर चिंताएं फिर बढ़ गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर क्लस्टर बम के अधिकांश पीड़ित बच्चे हैं। दरअसल, इस तरह के कुछ बम धातु से बनी गेंद से काफी मेल खाते हैं, जिससे बच्चे अक्सर इनसे खेलने लगते हैं और अनजाने में उसकी चपेट में आ जाते हैं।
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