मध्य केरल के अलुवा में बृहस्पतिवार तड़के एक नाबालिग लड़की का कथित रूप से यौन उत्पीड़न कर उसे एक खेत में छोड़ दिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक यह लड़की एक मजदूर की बेटी है और उसके रोने की आवाज सुनने के बाद लोग धान के खेत में पहुंचे।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक, संदिग्ध केरल का रहने वाला है और वह राज्य के बाहर का नहीं है। अधिकारी ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी के बाद ही इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि वह केरल के किस हिस्से से ताल्लुक रखता है। उन्होंने कहा, ''हमें सुराग मिले हैं और उसी पर आगे बढ़ रहे हैं। तलाश की जा रही है।''
पुलिस ने कहा कि बच्ची को कलामस्सेरी स्थित सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर है। अधिकारी ने कहा, ''उसके (पीड़िता) के निजी अंगों पर कुछ चोटें आईं हैं, जिसकी सर्जरी की जा रही है। संदिग्ध की पहचान पीड़िता द्वारा कर ली गई है।'' उन्होंने कहा कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस बीच, एक स्थानीय व्यक्ति ने एक टीवी चैनल को बताया कि उसने बुधवार और बृहस्पतिवार की दरमियानी रात संदिग्ध को लड़की के साथ उसके घर के पास से जाते हुए देखा था। उसने कहा, ''मैं शौचालय जाने के लिए उठा था और उस वक्त बारिश हो रही थी। बारिश कितनी जोर से हो रही है यह देखने के लिए मैंने बाहर झांका। तभी मैंने उस व्यक्ति को लड़की से साथ जाते हुए देखा।''
प्रत्यक्षदर्शी ने हालांकि सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध की पहचान की पुष्टि नहीं कि लेकिन कहा कि सामने आने पर वह उसे पहचान सकता है। पुलिस ने मीडिया को भी सीसीटीवी फुटेज जारी की हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना की सूचना देर रात लगभग दो बजे एक स्थानीय व्यक्ति ने दी, जिसने लड़की को संदिग्ध के साथ देखा था।
उन्होंने कहा कि जब पुलिस वहां पहुंची तो स्थानीय लोग बच्ची को अस्पताल ले जा चुके थे। पुलिस के मुताबिक, लड़की एक मजदूर की बेटी है और उसके रोने की आवाज सुनने के बाद लोग धान के खेत में पहुंचे। अलुवा में एक माह पहले भी एक प्रवासी श्रमिक द्वारा पांच वर्षीय लड़की का अपहरण, बलात्कार और हत्या किए जाने का मामला सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में बिहार निवासी 28 वर्षीय अशफाक आलम को गिरफ्तार किया था।
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