इनमें टाटा संस के चेयरमैन एन.चंद्रशेखरन, भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिलड़ा सहित अन्य हैं. देश में विदेशी निवेश, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनर्शिप मॉडल (पीपीपी) और देशी-विदेशी कंपनियों के करार समेत इकोनॉमी के तमाम पहलुओं के मद्देनजर कारोबारियों का इस आयोजन में शामिल होना काफी अहम है.
कुछ ऐसा है प्लान
टीवी9 भारतवर्ष को मिली जानकारी के मुताबिक 9 सितंबर को भारत मंडपम में आयोजित रात्रि भोज विभिन्न देशों क प्रमुखों की मेजबानी करेगा. साथ ही भारत सरकार को देश में बिजनेस और इंवेस्टमेंट की उपलब्धियों को स्पष्ट करने का मौका मिलेगा. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरान देश में बिजनेस के बेहतर ईको-सिस्टम, आत्मनिर्भर भारत समेत तमाम योजनाओं को हाइलाइट कर सकते हैं. याद रहे कि जी-20 का मकसद इस ग्रुप के सभी देशों के बीच कारोबारी रिश्तों को भी ऊंचाईयों पर ले जाने का है. देश के टॉप बिजनेसमैन इसकी एक प्रमुख कड़ी हैं, जिसके मद्देनजर रात्रिभोज में उन्हें आमंत्रित किया गया है.
500 कारोबारियों को डिनर इंविटेशन
रात्रि भोज में शामिल होने की पुष्टी कई कारोबारियों की ओर से टीवी9 भारतवर्ष को मिली है. सूत्रों की मानें तो देश के करीब 500 बिजनेसमैन को 9 सितंबर के रात्रिभोज में आमंत्रित किया गया है. आर्थिक विशेषज्ञ डॉ.रवि सिंह के मुताबिक कारोबारियों का जी-20 में शामिल होना इसलिए जरूरी है, क्योंकि बिजनेस एक ऐसा क्षेत्र है जिसकी आधारशिला देश के व्यवसायी ही हैं. सरकार तो व्यवसाय करती नहीं है, वह सिर्फ ईको-सिस्टम मुहैया कराती है.
देश के बड़े व्यवसायी तमाम पीपीपी योजनाओं पर सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. प्राइवेट सेक्टर में विदेशी निवेश भी है और सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आत्मनिर्भर भारत, जिसमें विदेशी कंपनियों की यूनिट भारत में हो और दुनिया के तमाम देशों को यहीं से सप्लाई की जाए. गौरतलब है कि भारत मंडपम में 9-10 सितंबबर को आयोजित जी-20 समेल्लन में 29 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि शिरकत करेंगे.
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