अहमदाबाद में यूनिवर्सिटी और रिवरफ्रंट के बाद अब फ्लैट में गांजे की खेती मिलने से हड़कंप मच गया है. पुलिस उस वक्त हरकत में आ गई जब यह बात सामने आई कि शहर के शेला इलाके के एक आलीशान फ्लैट में बड़ी मात्रा में गांजा उगाया जा रहा है.
पुलिस को यह पता चला था कि शेला के एप्पलवुड में ऑर्किड लिगेसी के D-1501 और 1502 नंबर के 2 आलीशान फ्लैट किराए पर लेकर ग्रीन हाउस तकनीक से गांजे की हाई प्रोफाइल खेती की जा रही है. सरखेज पुलिस ने फ्लैट से 100 से ज्यादा गांजे के पौधों की फलियां जब्त की हैं.
गुजरात में गांजे की खेती का इस प्रकार का पहला मामला सामने आया है जिसमें रवि मुरारका, वीरेन मोदी और रितिका प्रसाद नाम के लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तीनों ने 35 हजार रुपए में दो फ्लैट किराए पर लिए गए थे. पिछले कुछ दिनों से फ्लैट में बड़े-बड़े पार्सल आ रहे थे तो लोगों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी.
जिसके बाद सरखेज पुलिस ने रविवार को छापेमारी की और हाइड्रोपोनिक गांजा बरामद किया, जिसके लिए फ्लैट में ग्रीन हाउस बनाया गया था और अंदर तापमान बनाए रखने की व्यवस्था थी. लगभग 100 गमलों में 5 सेमी तक ऊंचे भांग के पौधे थे.
फिलहाल पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है कि तीनों युवक-युवतियों को गांजा के बीज कहां से मिले और उन्होंने गांजा उगाना कैसे सीखा?
आरोपी दो युवक और एक युवती.
पुलिस के मुताबिक, इस गांजे की खेती विदेशों में होती है. फ्लैट में पाया गया गांजा सामान्य गांजे से 100 गुना अधिक प्रभावी था. साथ ही इसकी कीमत स्थानीय गांजे से काफी ज्यादा थी.
यह खुलासा हुआ है कि झारखंड के उज्जवल मुरारका ने गांजे का बीज दिया था. जांच में पता चला कि उज्जवल मुरारका और रवि मुरारका दोनों भाई हैं. जिसमें उज्ज्वल मुरारका ने गांजा लगाने से पहले कृषि का अध्ययन किया है और सब्जियों पर प्रयोग भी किया है. जिसमें उन्होंने सफलतापूर्वक पहला गांजा लगाया है और यह रोपण अभी प्रायोगिक आधार पर ही था कि सरखेज पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. सभी आरोपी झारखंड के रहने वाले हैं.
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