अमेरिका में लुटेरों का एक गैंग पकड़ा गया है. यह गैंग खासतौर पर भारतीय ज्वैलरी स्टोर को निशाना बनाते थे. हथियार के दम पर पूरा स्टोर लूट कर ले जाते थे. एफबीआई ने इस गैंग का पता लगाया और दर्जनों लोगों को अरेस्ट किया है.
अमेरिका के कई राज्यों में यह गैंग एक्टिव था. जनवरी 2022 से जनवरी 2023 के बीच इस गैंग ने भारतीय और दक्षिणी एशियाई लोगों के दर्जनों ज्वैलरी स्टोर पर हाथ साफ किया है.
अमेरिकी लुटेरा गैंग वॉशिंगटन से ऑपरेट हो रहा था. न्यू यॉर्क से लेकर न्यू जर्सी, वर्जीनिया, फ्लोरिडा और पेंसिलविनिया तक में इस गैंग ने आतंक मचा रखा था. गैंग के 16 सदस्यों को शुरुआती जांच के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. इसी हफ्ते गैंग के आठ लोगों को दबोचा गया है. अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि गैंग खासतौर पर कॉमर्शियल ठिकानों को निशाना बनाते थे. मसलन, ज्वैलरी स्टोर्स, शो रूम वगैरह में बंदूक लेकर घुसते और डरा-धमका कर पूरा स्टोर लूट ले जाते.
कोई कार खोलने में माहित तो कोई प्लानिंग में
अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने अपनी जांच में पाया कि इनमें सभी गैंग का काम बंटा हुआ था. कोई कार की लॉक तोड़ने में माहिर था, तो कोई रेसिंग में और स्टोर को लूटने के लिए प्लानिंग बनाने में माहिर है. पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि वह कार जैकिंग करता था. लूटे हुए सामान या रकम की खपत कैसे करनी है, इसकी भी वे पहले ही प्लानिंग करते थे. अंतरराज्यीय काम करने वाले इस ग्रुप ने बड़े-बड़े कांड को अंजाम दिया है. एफबीआई इसकी जांच में जुटी है, जिसके बाद और भी खुलासे होंगे.
लुटेरा गैंग पर सख्त कार्रवाई करना बहुत जरूरी!
एक जांच अधिकारी ने कहा कि राज्य की सीमाओं को पार करने वाली डकैती योजनाओं की बढ़ती संख्या के साथ, इस तरह के ग्रुप्स पर शिकंजा कसना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग हमारे समुदायों के लिए खतरा हैं और इन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. एटीएफ के विशेष एजेंट प्रभारी क्रेग कैलीमाई ने कहा कि जांच दे दौरान जिस तरह के अपराध के बारे में पता चला है वे बहुत ही गंभीर हैं. एफबीआई निदेशक डेविड सुंदरबर्ग ने कहा कि लुटेरों ने अमेरिका के कई राज्यों में छोटे व्यवसायों को निशाना बनाया और मेहनती परिवारों से हजारों डॉलर के गहने चुराए हैं. जांच हो रही कार्रावई की जाएगी.
अमेरिका में लुटेरों का एक गैंग पकड़ा गया है. यह गैंग खासतौर पर भारतीय ज्वैलरी स्टोर को निशाना बनाते थे. हथियार के दम पर पूरा स्टोर लूट कर ले जाते थे. एफबीआई ने इस गैंग का पता लगाया और दर्जनों लोगों को अरेस्ट किया है.
अमेरिकी लुटेरा गैंग वॉशिंगटन से ऑपरेट हो रहा था. न्यू यॉर्क से लेकर न्यू जर्सी, वर्जीनिया, फ्लोरिडा और पेंसिलविनिया तक में इस गैंग ने आतंक मचा रखा था. गैंग के 16 सदस्यों को शुरुआती जांच के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. इसी हफ्ते गैंग के आठ लोगों को दबोचा गया है. अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि गैंग खासतौर पर कॉमर्शियल ठिकानों को निशाना बनाते थे. मसलन, ज्वैलरी स्टोर्स, शो रूम वगैरह में बंदूक लेकर घुसते और डरा-धमका कर पूरा स्टोर लूट ले जाते.
कोई कार खोलने में माहित तो कोई प्लानिंग में
अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने अपनी जांच में पाया कि इनमें सभी गैंग का काम बंटा हुआ था. कोई कार की लॉक तोड़ने में माहिर था, तो कोई रेसिंग में और स्टोर को लूटने के लिए प्लानिंग बनाने में माहिर है. पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि वह कार जैकिंग करता था. लूटे हुए सामान या रकम की खपत कैसे करनी है, इसकी भी वे पहले ही प्लानिंग करते थे. अंतरराज्यीय काम करने वाले इस ग्रुप ने बड़े-बड़े कांड को अंजाम दिया है. एफबीआई इसकी जांच में जुटी है, जिसके बाद और भी खुलासे होंगे.
लुटेरा गैंग पर सख्त कार्रवाई करना बहुत जरूरी!
एक जांच अधिकारी ने कहा कि राज्य की सीमाओं को पार करने वाली डकैती योजनाओं की बढ़ती संख्या के साथ, इस तरह के ग्रुप्स पर शिकंजा कसना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग हमारे समुदायों के लिए खतरा हैं और इन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. एटीएफ के विशेष एजेंट प्रभारी क्रेग कैलीमाई ने कहा कि जांच दे दौरान जिस तरह के अपराध के बारे में पता चला है वे बहुत ही गंभीर हैं. एफबीआई निदेशक डेविड सुंदरबर्ग ने कहा कि लुटेरों ने अमेरिका के कई राज्यों में छोटे व्यवसायों को निशाना बनाया और मेहनती परिवारों से हजारों डॉलर के गहने चुराए हैं. जांच हो रही कार्रावई की जाएगी.
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