Computer Course After 12th : इंटरमीडिएट यानी 12वीं के बाद करियर के कई ऑप्शन बनते हैं. जिनमें कंप्यूटर साइंस का फील्ड भी एक है. इस फील्ड में करियर बनाने के लिए कई कोर्स मौजूद हैं.
इसमें डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और फुल डिग्री प्रोग्राम शामिल हैं. यदि आपमें कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी को लेकर पैशन है तो इस फील्ड में करियर बनाना अच्छा फैसला साबित हो सकता है.
इस फील्ड से जुड़े कोर्स करने वालों को मल्टीनेशनल कंपनियां लाखों-करोड़ों रुपये की जॉब ऑफर कर रही हैं. आइए जानते हैं उन बेस्ट कंप्यूटर कोर्स के बारे में, जिसे 12वीं के बाद करके लाखों-करोड़ों की सैलरी पैकेज वाली जॉब हासिल की जा सकती है.
बैचलर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन (BCA)
बीसीए यानी बैचलर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन कोर्स स्टूडेंट्स के बीच काफी पापुलर है. तीन साल के इस अंडरग्रेजुएट कोर्स के दौरान कंप्यूटर अप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और सिस्टम एनालिसिस जैसी चीजों के बारे में बताया जाता है. अच्छे कॉलेज से बीसीए पूरा करने के बाद किसी आईटी कंपनी में लाखों की सैलरी वाली जॉब आसानी से मिल सकती है.
कंप्यूटर साइंस में बीटेक
कंप्यूटर साइंस में बीटेक प्रोग्राम चार साल का होता है. एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है. इस कोर्स के दौरान कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से बताया जाता है. कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने के लिए आईआईटी कानपुर और आईआईटी बॉम्बे को बेस्ट माना जाता है. इसके लिए जेईई मेन्स एग्जाम क्वॉलिफाई करने होते हैं. कंप्यूटर साइंस में बीटेक के बाद 10 से 15 लाख सैलरी की जॉब आसानी से मिल जाती है. कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने वालों की हायरिंग कंपनियां लाखों का पैकेज देकर हायरिंग करती हैं.
क्लाउड कंप्यूटिंग में बीई
क्लाउड कंप्यूटिंग भी कंप्यूटर साइंस की ही एक ब्रांच है. इसमें विभिन्न प्रकार की सर्विस ऑनलाइन ही प्रोवाइड की जाती है. जिसमें सॉफ्टवेयर एनालिटिक्स से लेकर डाटा स्टोरेज तक शामिल है. क्लाउड कंप्यूटिंग के बैचलर डिग्री प्रोग्राम के दौरान प्रोग्रामिंग, नेटवर्क्स, सॉफ्टवेयर डिजाइन और मैनेजमेंट जैसी टेक्नोलॉजी में स्किल्ड बनाया जाता है. क्लाउड कंप्यूटिंग में बीई के बाद फ्रेशर को 12 से 13 लाख रुपये की जॉब आराम से मिल जाती है. पांच से छह साल का एक्सपीरियंस होने के बाद सैलरी 20 लाख तक मिलने लगती है.
कंप्यूटर साइंस में बीएससी
कंप्यूटर साइंस में बीएससी भी तीन साल का एक प्रोग्राम है. काफी पापुलर है. इस प्रोग्राम के दौरान कंप्यूटर साइंस, कंप्यूटर अप्लीकेशन और इसकी सर्विस से संबंधित विषयों को पढ़ाया जाता है. इस कोर्स का मकसद क्वॉलिटी प्रोफेशनल्स और रिसर्च फेलो तैयार करना है. जो कंप्यूटर सिस्टम की तकनीक को इम्प्लीमेंट करके दुनिया के प्रत्येक सेक्टर में काम कर सकें. बीएससी कंप्यूटर साइंस करने के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वेब डेवलपर, मोबाइल एप डेवलपर, यूएक्स डेवलपर के रूप में काम करते हुए हर साल 4 से 6 लाख सालाना की औसत सैलरी कमाई जा सकती है. अनुभव और स्किल के आधार पर अच्छी सैलरी मिलती है.
Computer Course After 12th : इंटरमीडिएट यानी 12वीं के बाद करियर के कई ऑप्शन बनते हैं. जिनमें कंप्यूटर साइंस का फील्ड भी एक है. इस फील्ड में करियर बनाने के लिए कई कोर्स मौजूद हैं.
बैचलर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन (BCA)
बीसीए यानी बैचलर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन कोर्स स्टूडेंट्स के बीच काफी पापुलर है. तीन साल के इस अंडरग्रेजुएट कोर्स के दौरान कंप्यूटर अप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और सिस्टम एनालिसिस जैसी चीजों के बारे में बताया जाता है. अच्छे कॉलेज से बीसीए पूरा करने के बाद किसी आईटी कंपनी में लाखों की सैलरी वाली जॉब आसानी से मिल सकती है.
कंप्यूटर साइंस में बीटेक
कंप्यूटर साइंस में बीटेक प्रोग्राम चार साल का होता है. एक अंडरग्रेजुएट कोर्स है. इस कोर्स के दौरान कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से बताया जाता है. कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने के लिए आईआईटी कानपुर और आईआईटी बॉम्बे को बेस्ट माना जाता है. इसके लिए जेईई मेन्स एग्जाम क्वॉलिफाई करने होते हैं. कंप्यूटर साइंस में बीटेक के बाद 10 से 15 लाख सैलरी की जॉब आसानी से मिल जाती है. कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने वालों की हायरिंग कंपनियां लाखों का पैकेज देकर हायरिंग करती हैं.
क्लाउड कंप्यूटिंग में बीई
क्लाउड कंप्यूटिंग भी कंप्यूटर साइंस की ही एक ब्रांच है. इसमें विभिन्न प्रकार की सर्विस ऑनलाइन ही प्रोवाइड की जाती है. जिसमें सॉफ्टवेयर एनालिटिक्स से लेकर डाटा स्टोरेज तक शामिल है. क्लाउड कंप्यूटिंग के बैचलर डिग्री प्रोग्राम के दौरान प्रोग्रामिंग, नेटवर्क्स, सॉफ्टवेयर डिजाइन और मैनेजमेंट जैसी टेक्नोलॉजी में स्किल्ड बनाया जाता है. क्लाउड कंप्यूटिंग में बीई के बाद फ्रेशर को 12 से 13 लाख रुपये की जॉब आराम से मिल जाती है. पांच से छह साल का एक्सपीरियंस होने के बाद सैलरी 20 लाख तक मिलने लगती है.
कंप्यूटर साइंस में बीएससी
कंप्यूटर साइंस में बीएससी भी तीन साल का एक प्रोग्राम है. काफी पापुलर है. इस प्रोग्राम के दौरान कंप्यूटर साइंस, कंप्यूटर अप्लीकेशन और इसकी सर्विस से संबंधित विषयों को पढ़ाया जाता है. इस कोर्स का मकसद क्वॉलिटी प्रोफेशनल्स और रिसर्च फेलो तैयार करना है. जो कंप्यूटर सिस्टम की तकनीक को इम्प्लीमेंट करके दुनिया के प्रत्येक सेक्टर में काम कर सकें. बीएससी कंप्यूटर साइंस करने के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वेब डेवलपर, मोबाइल एप डेवलपर, यूएक्स डेवलपर के रूप में काम करते हुए हर साल 4 से 6 लाख सालाना की औसत सैलरी कमाई जा सकती है. अनुभव और स्किल के आधार पर अच्छी सैलरी मिलती है.
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