पाकिस्तान के पूर्वी इलाकों में चर्च और ईसाई समुदाय के लोगों के साथ बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी द्वारा की गई बर्बरता को अब इस्लामिक देशों ने ही कोसना शुरू कर दिया है. समय-समय पर पाकिस्तान की आर्थिक मदद करने वाले संयुक्त अरब अमिरात (UAE) ने भी पाकिस्तान में हुई इस बर्बरता की निंदा की है.
UAE के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान में चरमपंथियों ने कई चर्चों और दर्जनों घरों को जला दिया गया, हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. UAE ने कहा कि इन घटनाओं के बाद हुई हिंसा की भी वो निंदा करते हैं.
पूर्वी पाकिस्तान में ये हिंसा उस वक्त भड़की जब दो लोगों को पवित्र कुरआन को कथित तौर पर फाड़ने को लेकर गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ ईशनिंदा के मामले में जांच शुरू की गई. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पवित्र कुरआन के फटे हुए पन्ने कथित तौर पर चर्च के पास दिखाई दिए. ये बात जैसे ही फैली, वैसे ही हिंसा भड़क गई. मुस्लिम समुदाय की गुस्साई भीड़ ने चर्च पर हमला बोल दिया और आग लगा दी.
हिंसा के अगले दिन तक चर्च से उठती रहें लपटें
इस हिंसा के दौरान कई घरों में भी तोड़-फोड़ की गई और लूटपाट की खबरें भी सामने आईं. मीडिया रिपोर्ट्स में चश्मदीदों के हवाले से बताया गया है कि ईसाई समुदाय के लोगों की संपत्तियों को सड़कों पर ला-ला कर जलाया गया. इस दौरान मुस्लिम बहुसंख्यों की भीड़ ने ऐतिहासिक सालवेशन आर्मी चर्च को भी आग के हवाले कर दिया. इस चर्च से हिंसा के बाद अगले दिन तक लपटें उठती रहीं.
हिंसा भड़काने को लेकर 100 से ज्यादा गिरफ्तार
पाकिस्तान में अब तक इस हिंसा को लेकर 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं हिंसा वाले इलाकों में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं और फैसलाबाज जिले में लोगों के इकट्ठे होने पर 7 दिनों तक के लिए रोक लगा दी गई है. इसी फैसलाबाद जिले में जरांवाला इलाका भी आता है, जहां सबसे ज्यादा हिंसा हुई.
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें
about me
Mix Theme
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Praesent id purus risus.
एक टिप्पणी भेजें