सोमवार, 14 अगस्त 2023
सहारनपुर में मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए 50 हजार रुपए लेते हुए दरोगा को रंगेहाथ गिरफ्तार करने के मामले में सीओ नकुड़ भी फंस गए हैं। सीओ नकुड़ नीरज सिंह पर भी मुकदमा दर्ज कर लिया।इस मुकदमे में सीओ को दरोगा के साथ ही नामजद किया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद एंटी करप्शन टीम ने विवेचना शुरू कर दी है।
शुक्रवार को एंटी करप्शन की सहारनपुर और मेरठ की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए 50 हजार की रिश्वत लेते हुए सीओ नकुड़ के पेशकार दरोगा हरपाल सिंह को रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद थाना सदर बाजार में दरोगा हरपाल सिंह से पूछताछ की गई थी। दरोगा ने बताया कि सरसावा थाने में महेश कुमार सैनी के खिलाफ दर्ज एससी/एसटी एक्ट का मुकदमा झूठा पाया गया था। जिस कारण मुकदमे में एफआर लगानी थी। इसके लिए सीओ के निर्देशानुसार ही मुकदमे को खत्म करने के लिए लेन-देन की बात की थी। फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी। इसके बाद बात 80 हजार रुपये में बात तय हो गई थी। एंटी करप्शन टीम ने दरोगा के बयान को भी फर्द में शामिल कर सदर थाने में तहरीर दी, जिसमें सीओ नकुड़ नीरज सिंह को भी अभियुक्त बनाया गया है। इंस्पेक्टर मंडलीय भ्रष्टाचार निवारण संगठन सहारनपुर सुभाष सिंह ने बताया कि सीओ पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
सरसावा थाने में तैनात दरोगा ने लगा दी थी रिपोर्ट:
महेश कुमार सैनी ने तीन दिन पहले भ्रष्टाचार निवारण संगठन मंडल सहारनपुर कार्यालय पर एक शिकायती पत्र दिया था। महेश कुमार सैनी का कहना था कि प्रदीप कुमार ने उसके खिलाफ झूठा मुकदमा एसटी/एसटी एक्ट में दर्ज कराया था। जबकि, पहले इस मुकदमे की सरसावा थाने में तैनात दरोगा ने रिपोर्ट लगा दी थी।
दरोगा हरपाल सिंह को भेजा गया जेल:
एंटी करप्शन की टीम गिरफ्तार दरोगा हरपाल सिंह को गिरफ्तार कर मेरठ पहुंची। टीम ने शनिवार को दरोगा को एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया। वहां से दरोगा को जेल भेज दिया गया। दरोगा मूलरूप से मुरादाबाद जिले के रहने वाले हैं।
विवेचना शुरू की:
इंस्पेक्टर मंडलीय भ्रष्टाचार निवारण संगठन सहारनपुर सुभाष सिंह ने बताया कि इस मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है। मुकदमे में सीओ नकुड़ नीरज सिंह को भी अभियुक्त बनाया गया है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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